ठंड में जूस पीने का सही वक्त क्या है? नहीं तो सेहत को हो सकता है नुकसान
सर्दियों में जूस पीना फायदेमंद होता है, लेकिन गलत समय पर इसका सेवन सेहत बिगाड़ सकता है. ठंड के मौसम में शरीर की पाचन क्षमता थोड़ी धीमी हो जाती है.
नई दिल्ली: ठंड के मौसम में लोग अक्सर ताजगी और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जूस पीने लगते हैं. फल और सब्जियों का जूस शरीर को पोषक तत्व देता है, लेकिन समय का सही चुनाव जरूरी है. इससे सेहत पर अलग असर पड़ता है.
आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सर्दियों में ठंडी चीजें गलत समय पर लेने से पाचन पर असर पड़ता है. इसलिए जूस के फायदे तभी मिलते हैं, जब उसे सही समय पर पिया जाए.
दिन में जूस पीना क्यों बेहतर माना जाता है?
सर्दियों में जूस पीने का सबसे अच्छा समय दिन के मध्य माना जाता है, खासकर दोपहर 11 बजे से 3 बजे के बीच. इस समय शरीर की पाचन अग्नि मजबूत होती है, जिससे जूस आसानी से पच जाता है. दिन में पीया गया जूस तुरंत एनर्जी देता है और ठंड के कारण होने वाली सुस्ती को भी दूर करता है.
सुबह खाली पेट जूस से क्यों बचें?
ठंड में सुबह खाली पेट जूस पीने से पेट दर्द, गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है. रातभर शरीर ठंडा रहता है और सुबह पाचन प्रणाली पूरी तरह सक्रिय नहीं होती. ऐसे में ठंडा जूस सीधे पेट में जाने से पाचन संतुलन बिगड़ सकता है.
रात में जूस पीना कितना सही है?
रात के समय जूस पीना सर्दियों में सही नहीं माना जाता. रात को मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और जूस में मौजूद शर्करा फैट में बदल सकती है. इससे वजन बढ़ने और अपच की शिकायत हो सकती है.
हल्का गुनगुना या कमरे के तापमान वाला जूस
सर्दियों में बहुत ठंडा जूस पीने से गले और पाचन दोनों पर असर पड़ता है. बेहतर है कि जूस को कमरे के तापमान पर रखें या हल्का गुनगुना करके पिएं. इससे पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं और शरीर को नुकसान नहीं होता.
कौन से जूस सर्दियों में ज्यादा फायदेमंद हैं?
सर्दियों में चुकंदर, गाजर, आंवला और सेब का जूस ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. ये जूस शरीर को गर्मी देते हैं, इम्युनिटी बढ़ाते हैं और खून की कमी को दूर करने में मदद करते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.