धोती-कुर्ता और टोपी पहने नजर आए सिद्धांत चतुर्वेदी, वी शांताराम की बायोपिक का पहला पोस्टर आउट
'गली बॉय' फेम सिद्धांत चतुर्वेदी अब महान फिल्मकार और भारतीय सिनेमा के असली बागी वी. शांताराम की जिंदगी को पर्दे पर उतारने जा रहे हैं. धोती-कुर्ता और टोपी पहने एक्टर का पहला लुक काफी वायरल हो रहा है.
बॉलीवुड को जल्द ही उसकी अब तक की सबसे खास बायोपिक मिलने वाली है. 'गली बॉय' फेम सिद्धांत चतुर्वेदी अब महान फिल्मकार और भारतीय सिनेमा के असली बागी वी. शांताराम की जिंदगी को पर्दे पर उतारने जा रहे हैं. फिल्म का नाम भी सीधा-सादा है – V. Shantaram और आज इसका पहला पोस्टर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर तहलका मच गया.
पोस्टर में सिद्धांत बिल्कुल वी. शांताराम जैसे लग रहे हैं – सफेद कुर्ता-पायजामा, गले में माला, माथे पर तिलक और आंखों में वो सपनों वाला जादू. एक झलक में ही लग रहा है कि सिद्धांत ने इस रोल के लिए पूरी तरह स्किन में घुस गए हैं.
सिद्धांत ने पोस्टर शेयर करते हुए लिखा- 'वी. शांताराम जी का किरदार निभाना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा सम्मान है. जितना पढ़ता गया, उतना ही छोटा लगने लगा. वो सिर्फ फिल्मकार नहीं थे, वो तो सपनों का कारखाना थे. हर मुश्किल में भी आगे बढ़ते रहे. इस किरदार ने मुझे सिखाया कि हार नहीं माननी चाहिए. ये फिल्म मेरे लिए सिर्फ रोल नहीं, जिंदगी का सबक है.'
फिल्म के डायरेक्टर अभिजीत शिरिष देशपांडे ने कहा- 'शांताराम साहब मेरे लिए भगवान जैसे हैं. उनकी हिम्मत और विजन ने आज का सिनेमा बनाया है. उनकी कहानी बताना मेरे लिए सपना पूरा होने जैसा है. सिद्धांत को पहली बार देखते ही लगा था- बस यही शांताराम बन सकते हैं!'
कौन थे वी. शांताराम?
1930-50 के दौर में उन्होंने 'दुनियाना माने', 'दो आंखें बारह हाथ', 'नवरंग', 'पिंजरा' जैसी क्लासिक फिल्में बनाईं. कलर फिल्म, बैकग्राउंड म्यूजिक, सोशल मैसेज – ये सब पहले-पहल उन्होंने ही शुरू किए. वो पहले फिल्मकार थे जिन्होंने दलित हीरो को मुख्य भूमिका दी. चार बार नेशनल अवॉर्ड और दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड जीतने वाले पहले डायरेक्टर है.
इस बायोपिक को निखिल द्विवेदी और उनकी पत्नी गौरी प्रोड्यूस कर रहे हैं. फिल्म में शांताराम की जिंदगी के हर रंग को दिखाया जाएगा- उनका संघर्ष, प्यार, क्रांति और वो जुनून जिसने भारतीय सिनेमा को नई पहचान दी. फैंस अभी से चिल्ला रहे हैं- 'ये बायोपिक तो ऑस्कर लेवल की होगी.' तो तैयार हो जाइए बहुत जल्द सिद्धांत चतुर्वेदी आपको वी. शांताराम की वो दुनिया दिखाने वाले हैं.