'धुरंधर एक प्रोपेगेंडा फिल्म है...', रणवीर सिंह की फिल्म पर उठे इस सवाल का मुकेश छाबड़ा ने दिया करारा जवाब
रणवीर सिंह की फिल्म धुरंधर को लेकर सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा के आरोप लग रहे हैं. अब इस मुद्दे पर कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने खुलकर अपनी बात रखी है और सिनेमा को लेकर अपना नजरिया बताया है.
मुंबई: रणवीर सिंह और अक्षय खन्ना की फिल्म धुरंधर बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है और इस सीजन की सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली फिल्मों में शामिल हो चुकी है. एक तरफ जहां फिल्म को दर्शक काफी पसंद कर रहा है, वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे प्रोपेगेंडा फिल्म बता रहे हैं. इसी आलोचना पर अब फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने चुप्पी तोड़ते हुए अपना रिएक्शन साझा किया है.
धुरंधर भारत पाकिस्तान संघर्ष और जासूसी दुनिया पर आधारित फिल्म है. इसकी कहानी और विषय को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है. कुछ यूजर्स का मानना है कि फिल्म एक खास सोच को आगे बढ़ाती है. इसी वजह से इसे प्रोपेगेंडा फिल्म कहा जा रहा है. हालांकि फिल्म की कमाई और थिएटर में मिल रहा रिस्पॉन्स यह भी दिखाता है कि बड़ी संख्या में दर्शक इस कहानी से जुड़ाव महसूस कर रहे हैं.
मुकेश छाबड़ा का रिएक्शन
फ्रीप्रेस जर्नल को दिए एक इंटरव्यू में मुकेश छाबड़ा से सीधे तौर पर इस सवाल के बारे में पूछा गया कि कुछ लोग धुरंधर को प्रोपेगेंडा फिल्म कह रहे हैं. इस पर उन्होंने बेहद साफ शब्दों में अपनी सोच रखी. मुकेश ने कहा, 'मुझे बस काम करना पसंद है मुझे सिनेमा पसंद है. मैं इतनी सारी राय के साथ काम नहीं करता. जब मुझे कोई फिल्म पसंद आती है और मुझे उसकी दुनिया बनानी होती है कास्टिंग तो मैं वह करता हूं. मैं हर तरह की फिल्में करूंगा. मैं चिल्लर पार्टी जैसी बच्चों की फिल्म भी करूंगा और मैं गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी फिल्म पर भी काम करूंगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे बस एक्टर्स की कास्टिंग करना और एक दुनिया बनाना पसंद है. मैं सिनेमा को सिनेमा के तौर पर देखता हूं. मैं बस अपनी सहज प्रवृत्ति का पालन करता हूं. जो कोई भी यह कह रहा है कि यह एक प्रोपेगेंडा फिल्म है कई दूसरे लोग उन्हें जवाब दे रहे हैं. तो यह होता रहेगा. मुझे सिर्फ एक्टर्स फिल्म और जिस डायरेक्टर के साथ मैं काम कर रहा हूं उनकी चिंता है. मैं किसी और चीज के बारे में नहीं सोचना चाहता.'
आर माधवन ने भी किया रिएक्ट
धुरंधर को लेकर उठ रहे सवालों पर इससे पहले अभिनेता आर माधवन भी अपनी बात रख चुके हैं. पूजा तलवार के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें फिल्म रिलीज होने से पहले ही शुरुआती विरोध का अंदाजा था. माधवन ने कहा, 'शुरू से ही मुझे पता था कि इसका समाज पर असर पड़ेगा. ऐसे लोग होंगे जो पहले इसे बहुत खराब रेटिंग देंगे.' उन्होंने यह भी याद किया कि रंग दे बसंती और थ्री इडियट्स जैसी फिल्मों को भी रिलीज के वक्त इसी तरह की शुरुआती आलोचना का सामना करना पड़ा था.
माधवन ने आगे कहा, 'जिन लोगों ने दो रेटिंग दी थी वे अब अप्रासंगिक हो गए हैं. हम अभी भी इंडस्ट्री में हैं. मैं यह द्वेष से नहीं कह रहा हूं. आप बस बात को समझ नहीं रहे हैं. यह बदलने का समय है.' उनके इस बयान से साफ झलकता है कि धुरंधर को लेकर जो विरोध हो रहा है उसे वह एक सामान्य प्रक्रिया मानते हैं.