सलमान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' पर महासंग्राम, चीन की आलोचना पर भारत ने दिया मुहंतोड़ जवाब
सलमान खान की आने वाली फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' ने रिलीज से पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है. इस फिल्म का टीजर 27 दिसंबर 2025 को सलमान के 60वें जन्मदिन पर रिलीज हुआ था. लेकिन यह टीजर चीन को काफी चुभ गया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने फिल्म पर तीखा हमला बोला है.
मुंबई: बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान की आने वाली फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' ने रिलीज से पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है. इस फिल्म का टीजर 27 दिसंबर 2025 को सलमान के 60वें जन्मदिन पर रिलीज हुआ था. टीजर में सलमान भारतीय सेना के बहादुर अफसर की भूमिका में नजर आ रहे हैं, जो ठंडी ऊंची पहाड़ियों पर दुश्मन से लड़ते दिखते हैं. फिल्म 2020 के गलवान घाटी संघर्ष पर आधारित है, जहां भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी.
सलमान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' पर महासंग्राम
सलमान इसमें कर्नल बिक्कुमल्ला संतोष बाबू का किरदार निभा रहे हैं, जो उस संघर्ष में शहीद हुए थे. फिल्म का निर्देशन अपूर्व लखिया कर रहे हैं और यह 17 अप्रैल 2026 को सिनेमाघरों में आएगी. टीजर में कठिन मौसम, हाथों-हाथ लड़ाई और सैनिकों की बहादुरी के दृश्य दिखाए गए हैं, जो दर्शकों को काफी पसंद आ रहे हैं. चित्रांगदा सिंह भी फिल्म में अहम भूमिका में हैं. यह फिल्म भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान को सलाम करती है.
चीन की आलोचना सरकार ने दिया मुहंतोड़ जवाब
लेकिन यह टीजर चीन को काफी चुभ गया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने फिल्म पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि फिल्म 2020 की गलवान घटना के तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है. अखबार ने दावा किया कि गलवान घाटी चीन की तरफ है और भारतीय सैनिकों ने पहले सीमा पार की थी. उन्होंने फिल्म को 'ओवर-द-टॉप' ड्रामा बताया और कहा कि बॉलीवुड अक्सर राष्ट्रवादी भावनाएं भड़काने के लिए ऐसी फिल्में बनाता है.
'कोई फिल्म इतिहास नहीं बदल सकती'
चीनी विशेषज्ञों के हवाले से लिखा गया कि कोई फिल्म इतिहास नहीं बदल सकती और चीन की संप्रभुता पर कोई असर नहीं डालेगी. चीनी सोशल मीडिया पर भी लोग फिल्म का मजाक उड़ा रहे हैं, कुछ ने सलमान के लुक और एक्शन को अवास्तविक बताया. चीन की इस आलोचना पर भारत सरकार ने मुंहतोड़ जवाब दिया है.
'सरकार का कोई दखल नहीं होता'
सरकारी सूत्रों ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भारत में फिल्ममेकर्स को कलात्मक स्वतंत्रता है. वे अपनी रचनात्मकता से कोई भी कहानी पर्दे पर ला सकते हैं. सरकार का कोई दखल नहीं होता. यह जवाब चीन के दावों को साफ खारिज करता है और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था की ताकत दिखाता है. यह विवाद फिल्म की रिलीज से पहले ही उसकी चर्चा को और बढ़ा रहा है. बॉलीवुड में ऐसी फिल्में पहले भी बनी हैं जो वास्तविक घटनाओं पर आधारित होती हैं, जैसे उरी या लक्ष्य. सलमान के फैंस तो पहले से ही उत्साहित हैं और कह रहे हैं कि यह फिल्म ब्लॉकबस्टर होगी.