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Stock Market: सेंसेक्स और निफ्टी ने कमजोर शुरुआत के बाद की वापसी

घेरलू बाजारों सेंसेक्स और निफ्टी ने बुधवार को कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की, लेकिन बाद में शेयरों की खरीदारी और विदेशी पूंजी के ताजा प्रवाह से इसमें थोड़ी तेजी आई.

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Anvi Shukla

बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 386.01 अंक की गिरावट के साथ 75,581.38 अंक, जबकि एनएसई निफ्टी 130.45 अंक फिसलकर 22,814.85 अंक पर आ गया. हालांकि, बाद में दोनों ने शुरुआती नुकसान की भरपाई कर ली और बढ़त के साथ कारोबार करने लगे. सेंसेक्स 134.16 अंक की बढ़त के साथ 76,120.85 अंक पर और निफ्टी 38.60 अंक चढ़कर 22,983.90 अंक पर रहा

हालांकि, बाद में दोनों ने शुरुआती नुकसान की भरपाई कर ली और बढ़त के साथ कारोबार करने लगे. सेंसेक्स 134.16 अंक की बढ़त के साथ 76,120.85 अंक पर और निफ्टी 38.60 अंक चढ़कर 22,983.90 अंक पर रहा. सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जोमैटो, टाटा स्टील, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस के शेयर सबसे अधिक लाभ में रहे. 

सन फार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, नेस्ले और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर सबसे अधिक नुकसान में रहे. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की तथा हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट फायदे में रहे. 

अमेरिकी बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे. अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.88 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) मंगलवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,786.56 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.

सेंसेक्स क्या है? What is Sensex

सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है. इस सूचकांक में मार्केट कैप के आधार पर देश के 13 अलग-अलग सेक्टरों से टॉप 30 कंपनियों को शामिल किया जाता है. इसमें टीसीएस, रिलायंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल आदि कंपनियां शामिल हैं.

सेंसेक्स कार्य कैसे करता है? How Sensex Works

सेंसेक्स सूचकांक में शामिल 30 कंपनियों के स्टॉक रेट कम या ज्यादा होने से सेंसेक्स के उतार-चढ़ाव के बारे में पता लगाया जा सकता है. सेंसेक्स का फुल फॉर्म स्टॉक एक्सचेंज सेंसिटिव इंडेक्स है. सेंसेक्स का ग्राफ जब भी बढ़ता है. उससे यह पता चलता है कि देश के भीतर की विभिन्न सेक्टर की कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. इससे देश के भीतर रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं. ऐसे में उत्पादन और सेवाओं में भी वृद्धि देखने को मिलती है.