हर साल घट रही है आपके फ्लैट की कीमत, आने वाले समय में यह और घटेगी, क्या करें? फिनफ्लुएंसर ने बताया
फाइनेंशियल एजुकेटर अक्षत श्रीवास्तव का कहना है कि ज्यादातर लोग इस पर ध्यान नहीं देते. “लोग विरोध नहीं करते. क्योंकि अधिकांश लोग अर्थशास्त्र से परेशान नहीं होते. क्रिकेट और राजनीति उन्हें व्यस्त रखते हैं.”

फाइनेंशियल एजुकेटर अक्षत श्रीवास्तव ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है कि अनियंत्रित मुद्रा छपाई और अवमूल्यन आपके धन की वास्तविक कीमत को चुपके से कम कर रहा है. उन्होंने बताया कि आपकी बचत पहले ही मूल्य खो रही हो सकती है, और आपको इसका अहसास भी नहीं है.
1 करोड़ का फ्लैट 90 लाख में!
श्रीवास्तव ने एक्स पर लिखा, “कल्पना करें कि आपका 2BHK फ्लैट 1 करोड़ रुपये का है. अगले साल इसकी कीमत 90 लाख हो जाए. आप कैसा महसूस करेंगे?” उन्होंने आगे कहा, “मैं आपको बता रहा हूं: यह वास्तव में हो रहा है—बिना आपका ध्यान गए.” उनका कहना है कि मुद्रा अवमूल्यन न केवल वैश्विक विनिमय दरों, बल्कि सोना, बिटकॉइन और जमीन जैसे वास्तविक परिसंपत्तियों के सापेक्ष भी हो रहा है. “सरकारें जितना चाहें उतना पैसा छाप सकती हैं. और, अनुमान लगाइए? वे ऐसा कर रही हैं.”
मुद्रा छपाई का प्रभाव
उन्होंने उदाहरण दिया कि कोविड के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने एक साल में देश की कुल मुद्रा आपूर्ति का 20% छापा. इसका प्रभाव अदृश्य लेकिन विनाशकारी है. “अगर मुद्रा छपाई की दर 10% है और आपका कर-पश्चात जमा दर 6% है, तो आपका पैसा हर साल 4% मूल्य खो रहा है.”
लोगों की उदासीनता
श्रीवास्तव का कहना है कि ज्यादातर लोग इस पर ध्यान नहीं देते. “लोग विरोध नहीं करते. क्योंकि अधिकांश लोग अर्थशास्त्र से परेशान नहीं होते. क्रिकेट और राजनीति उन्हें व्यस्त रखते हैं.”
मुद्रास्फीति से बचाव
मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के लिए वे शेयर, उच्च गुणवत्ता वाली रियल एस्टेट, सोना और बिटकॉइन में निवेश की सलाह देते हैं. लेकिन समय गलत होने पर ये भी जोखिम भरे हो सकते हैं. “अगर आपने 2021 में बिटकॉइन के उच्चतम मूल्य पर खरीदा होता, तो तीन साल तक आपको 0% रिटर्न मिलता, भले ही इसका 10 साल का CAGR 88% हो.”
सही रणनीति की जरूरत
श्रीवास्तव का कहना है कि असली चुनौती सही परिसंपत्ति चुनने में नहीं, बल्कि यह जानने में है कि कब, कैसे और कितना निवेश करना है. “हर साल, उनका धन वास्तविक रूप से कम होता जा रहा है.”