साल के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, ये रहे चार बड़े कारण
सबसे अधिक तेजी मेटल शेयरों में देखने को मिली क्योंकि सरकार ने अगले तीन सालों के लिए कुछ प्रकार के आयातित स्टील पर सेफगार्ड ड्यूटी लगाने का फैसला किया है. इसके साथ तेल और गैस सेक्टर में भी उछाल देखने को मिला.
साल के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में गजब की तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 545.52 अंक चढ़कर 85220 और निफ्टी 190 अंक चढ़कर 26129 पर बंद हुआ.
सबसे अधिक तेजी मेटल शेयरों में देखने को मिली क्योंकि सरकार ने अगले तीन सालों के लिए कुछ प्रकार के आयातित स्टील पर सेफगार्ड ड्यूटी लगाने का फैसला किया है. इसके साथ तेल और गैस सेक्टर में भी उछाल देखने को मिला.
इन शेयरों में दिखा सबसे ज्यादा उछाल
निफ्टी 50 में सबसे ज्यादा उछाल JSW Steel (4.79%) में देखने को मिला. वहीं टाटा स्टील में 2.44, ओएनजीसी में 2.43 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक (2.25 प्रतिशत) और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 1.99% की बढ़ोत्तरी देखने को मिली.
सेक्योरियल इंडेक्स की बात करें तो सबसे ज्यादा बढ़त निफ्टी ऑयल एंड गैस (2.66%), निफ्टी कमोडिटीज (1.77%), निफ्टी मीडिया (1.50%), निफ्टी एनर्जी (1.47%), निफ्टी मेटल (1.45%), निफ्टी इंडिया डिफेंस (1.35%), निफ्टी कैपिटल मार्केट (1.32%), निफ्टी इंडिया मैन्यूफैक्चरर (1.27%) तेजी देखने को मिली.
बाजार में किस वजह से आई तेजी
1. स्टील शेयरों में तेजी: सरकार द्वारा चुनिंदा स्टील आयात पर तीन साल के लिए 12 प्रतिशत तक सेफगार्ड शुल्क लगाए जाने के बाद प्रमुख स्टील शेयरों में उछाल देखने को मिला, सरकार के इस फैसले से घरेलू उत्पादकों के लिए बेहतर मूल्य समर्थन की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
2. कच्चे तेल की कीमतों में नरमी: वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.10 प्रतिशत गिरकर 61.27 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गईं. कच्चे तेल की कीमतें भारतीय बाजारों को सहारा देती हैं क्योंकि इससे मुद्रास्फीती का दबाव कम होता है.
3. अस्थिरता में कमी: बाजार में अस्थिरता बताने वाला सूचकांग इंडिया VIX 3 प्रतिशत से अधिकर गिरकर 9.37 पर आ गया. इंडिया विक्स में गिरावट निवेशकों की चिंता में कमी की ओर इशारा करती है और निवेश के प्रति जोखिम लेने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है.
4. मूल्य आधारित खरीदारी: हालिया गिरावट के बाद व्यापारी शेयरों में खरीदारी करते नजर आए, सेंसेक्स में लगातार 5 और निफ्टी में लगातार 4 सत्रों में गिरावट के बाद चुनिंदा शेयरों में सस्ते दामों पर खरीदारी देखने को मिली.