'चुनौतियां हमें मजबूत बना रहीं...', अमेरिकी आरोपों पर आया गौतम अडाणी का पहला रिएक्शन, अब भागेंगे शेयर!
Gautam Adani responds to US fraud charges: अडानी समूह भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहा है. अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी और अन्य पर राज्य ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए 265 मिलियन अमरीकी डालर की रिश्वतखोरी योजना बनाने का आरोप लगाया है. अब इस मामले में गौतम अडाणी का पहला रिएक्शन सामने आया है. गौतम अडाणी के बयान के बाद अब शेयर बाजार में अडाणी समूह के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है.
Gautam Adani responds to US fraud charges: अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के बाद, गौतम अडाणी ने पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "हर हमला हमें और मजबूत बनाता है. हर चुनौती ने हमें न केवल खड़ा रहना सिखाया है, बल्कि हमें और ज्यादा दृढ़ और आत्मनिर्भर बनाया है."
जयपुर में 51वें जेम एंड ज्वेलरी अवॉर्ड्स के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा कि सफलता के साथ चुनौतियां भी आती हैं, लेकिन हर बार मुश्किलों ने उन्हें मजबूत बनने का अवसर दिया है. उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में अमेरिकी आरोपों का सामना किया. यह हमारे लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन इससे हमारी प्रतिबद्धता और मजबूत हुई."
अडाणी समूह पर गंभीर आरोप
अमेरिका ने गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी और अन्य लोगों पर 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देकर सरकारी ऊर्जा अनुबंध हासिल करने का आरोप लगाया है. इन अनुबंधों से 20 वर्षों में लगभग 2 बिलियन डॉलर का लाभ अर्जित करने का दावा किया गया. हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें "निराधार" करार दिया. कंपनी का कहना है कि ऐसी अफवाहें केवल नकारात्मकता फैलाने का काम करती हैं.
"जांच सफलता का हिस्सा है"
गौतम अडाणी ने कहा, "जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, जांच का दायरा भी बढ़ता है. यह आपकी सफलता का हिस्सा है. अडाणी समूह का कोई भी व्यक्ति अब तक विदेशी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (FCPA) के तहत दोषी नहीं पाया गया है." उन्होंने जोर देकर कहा कि नकारात्मकता तेजी से फैलती है, लेकिन इसका सामना करने की ताकत ही असली सफलता है.
राजनीतिक विवाद और वित्तीय प्रभाव
अमेरिकी आरोपों ने भारत में राजनीतिक बवाल मचा दिया है. विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अडाणी को बचाने का आरोप लगाया. वहीं, भाजपा ने इसे खारिज करते हुए कहा कि आरोपों में जिन राज्यों का जिक्र है, वे विपक्षी दलों द्वारा शासित हैं. इन विवादों का अडाणी समूह के शेयर बाजार पर भी असर पड़ा. अकेले एक दिन में गौतम अडाणी की संपत्ति में 12 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई.
क्या होगा आगे?
भारत सरकार ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि अमेरिका से गौतम अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पर कोई आधिकारिक अनुरोध नहीं मिला है. यदि अमेरिका अडाणी को न्याय के दायरे में लाना चाहता है, तो उसे भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के तहत साक्ष्य और अमेरिकी कानून के उल्लंघन की पुष्टि करनी होगी.
इन आरोपों से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, गौतम अडाणी ने अपने संकल्प को दोहराया. उन्होंने कहा, "हम अपने सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं. कोई भी आरोप हमें रोक नहीं सकता."
अडाणू समूह के शेयरों में दिखेगा असर?
अमेरिका में लगे रिश्वत के आरोपों पर गौतम अडाणी का यह पहला रिएक्शन था. उनके इस बायन के बाद शेयर बाजार में उथल-पुथल मचना तय है. सोमवार को अडाणी समूह के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है.