menu-icon
India Daily

पंचामृत से करें भोलेनाथ का अभिषेक, दूर होंगी आपकी ये समस्याएं

सावन में शिव का अभिषेक करने का काफी महत्व होता है. भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.

Mohit Tiwari
Edited By: Mohit Tiwari
पंचामृत से करें भोलेनाथ का अभिषेक, दूर होंगी आपकी ये समस्याएं

नई दिल्ली. पंचामृत का प्रयोग हर देवी-देवताओं के पूजन में किया जाता है. देवों के देव महादेव को भी पंचामृत काफी प्रिय है. मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करने पर सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस कारण सावन माह में भक्त भगवान शिव का अभिषेक पंचामृत से करते हैं.

सावन के महीने में रुद्राभिषेक का काफी महत्व होता है. इस दौरान भगवान शिव का कई प्रकार की चीजों से अभिषेक किया जाता है.  इस अभिषेक में भोलेनाथ को पंचामृत भी अर्पित किया जाता है. सावन में भगवान शिव का अभिषेक करने से भय, रोग से छुटकारा मिलता है और सुख-शांति मिलती है.

पांच सामग्रियों से मिलकर बनता है पंचामृत

पंचामृत का अर्थ 'पांच अमृत' होता है. इसको बनाने में दूध, दही, घी, शक्कर और शहद  का उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही इसमें मेवे भी मिला सकते हैं. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान शिव को अर्पित किए जाने वाले पंचामृत में तुलसी दल नहीं मिलाया जाता है.

रखना होता है शुद्धता का ख्याल

शुद्ध पंचामृत बनाने के लिए आप जितना दूध लें, उससे आधा दही लें. इसका अर्थ है कि अगर एक किलो दूध है तो आधा किलो दही लें. दही से आधी यानी 250 ग्राम शक्कर , शक्कर से आधा 125 ग्राम शहद और इससे भी आधी मात्रा में केवल 50 ग्राम घी का इस्तेमाल करना चाहिए. इस प्रकार बनाया गया पंचामृत काफी शुद्ध होता है.

हर सामग्री का होता है अपना गुण

1- दूध- दूध पंचामृत का प्रथम भाग होता है. यह शुभता का प्रतीक होता है. इसका मतलब यह है कि हमारा जीवन दूध के प्रकार ही निष्कलंक होना चाहिए.

2- दही- दही का गुण है कि दूसरों को अपना जैसा बना लेना. दही का अर्थ है कि पहले निष्कलंक होकर सद्गुण अपनाएं फिर दूसरों को भी अपने जैसा बनाएं.

3- घी- घी स्निग्धता और स्नेह का प्रतीक है. इसका अर्थ है कि सभी से हमारे संबंध स्नेहपूर्ण हों.

4- शहद- शहद मीठा होने के साथ ही शक्तिशाली भी होता है. इसका अर्थ है कि निर्बल व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता है. इस कारण तन और मन से शक्तिशाली होना आवश्यक है.

5- शक्कर- इसका गुण मिठास का है. शक्कर चढ़ाने का अर्थ है कि हमारे जीवन में मिठास आए और हमारा व्यवहार मधुर हो.

भगवान शिव को पंचामृत अर्पित करने से यह सभी गुण हमारे अंदर आते हैं और हम जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं.

Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  theindiadaily.com  इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.