दिल्ली की ऐसी हवेली जिसे देखते ही याद आती गद्दारी
India Daily Live
2024/05/06 21:18:00 IST
दिलचस्प नगरी
दिल्ली बड़ी दिलचस्प नगरी है. इसका इतिहास तो बेहद निराला है. इसके सीने में तमाम किस्से-कहानियां दफ्न हैं.
Credit: Social Media सात बार उजड़ी
दिल्ली के बारे में कहा जाता है यह सात बार उजड़ी है और बनी है. इसके बारे में अनेको किस्से हैं.
Credit: Social Media हर कोई कहता गद्दार
दिल्ली में एक ऐसी हवेली है जिसे हम नमक हराम की हवेली के नाम से जानते हैं. इसके सामने से गुजरने पर हर कोई इसे गद्दार कहता है.
Credit: Social Media अंग्रेजों का राज
इसको नमक हराम हवेली कहने के पीछे कहानी है. दरअसल जब देश पर अंग्रेजों का राज था तब कुछ रियासतें उनसे लोहा ले रही थीं. उनमें से एक थे इंदौर के महाराजा यशवंतराज होलकर.
Credit: Social Media भवानी शंकर खत्री
यशवंत राव होलकर के वफादारों में से एक भवानी शंकर खत्री ने राजा से अनबन होने के बाद अंग्रेजों से हाथ मिला लिया.
Credit: Social Media खुफिया जानकारी
खत्री होलकर और मराठाओं के बीच की खुफिया जानकारी अंग्रेजों को दे आता था. 1803 में अंग्रेजी सेना और होलकर के बीच भयानक जंग हुई.
Credit: Social Media पटपड़गंज: तब और अब
पटपड़गंज: तब और अब किताब में पत्रकार आरवी स्मिथ ने लिखा है कि इस लड़ाई में मराठा फौज अंग्रेजों से हार गई.
Credit: Social Media अंग्रेजों का साथ दिया
भवानी शंकर ने इस लड़ाई में गद्दारी की थी और अंग्रेजों का साथ दिया था. खत्री की वफादारी के कारण अंग्रेजों ने उसे चांदनी चौक पर एक हवेली दे दी.
Credit: Social Media नमक हराम
हवेली मिलने के बाद खत्री अपने परिवार के साथ रहने लगा. इसके बाद लोग खत्री को नमक हराम कहने लगे जो अब तक जारी है.
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