मुस्लिम लिव इन रिलेशनशिप में रह सकते हैं या नहीं, क्या कहता है इस्लाम
India Daily Live
2024/05/09 16:52:38 IST
पर्सनल लॉ
भारत में हर एक धर्म के लोग अपने पर्सनल लॉ के हिसाब से शादी विवाह करते हैं.
Credit: Social Mediaस्पेशल मैरिज एक्ट
लेकिन अगर पुरुष महिला अलग-अलग धर्म के हैं तो वह स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी करते हैं.
Credit: Social Media लिव इन रिलेशनशिप
आज के समय में लिव इन रिलेशनशिप में रहना आम बात हो गई है.
Credit: Social Mediaइलाहाबाद हाई कोर्ट
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक याचिका खारिज करते हुए मुस्लिम शख्स को लिव इन रिलेशनशिप में रहने की इजाजत नहीं दी.
Credit: Social Mediaशादीशुदा
दरअसल, पुरुष पहले से ही शादीशुदा था. वह किसी दूसरी लड़की के साथ लिव इन में रह रहा था.
Credit: Social Mediaसिक्योरिटी की मांग
कपल ने सिक्योरिटी की मांग की थी. इस पर कोर्ट ने कहा कि इस्लाम शादीशुदा पुरुष को दूसरी लड़की के साथ लिव इन में रहने की इजाजत नहीं देता.
Credit: Social Mediaयाचिका खारिज
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कपल की सुरक्षा की याचिका खारिज कर दी.
Credit: Social Mediaइस्लाम में हराम है लिव इन
इस्लाम में भी लिव इन रिलेशनशिप को लेकर भी कोई जगह नहीं दी गई है.बिना निकाह के पुरुष और महिला का साथ रहना हराम माना जाता है.
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