महाकुंभ 2025 का हुआ आगाज, पहला शाही स्नान आज; जानें पूरी डिटेल
Princy Sharma
2025/01/13 08:46:51 IST
महाकुंभ
आज यानी 13 जनवरी 2025 को महाकुंभ 2025 शुरू हो चुका है और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा. महाकुंभ प्रयागराज में आयोजित किया गया है.
Credit: Pinterestशाही स्नान की तिथियां
बता दें, महाकुंभ केवल प्रयागराज में ही लगता है. 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा , 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी मौनी अमावस्या, 3 फरवरी वसंत पंचमी , 12 फरवरी 2025 माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि
Credit: Pinterestशाही स्नान
शाही स्नान महाकुंभ की विशेष तिथियों पर किया जाने वाला पवित्र स्नान है. सबसे पहले शाही स्नान साधु-संत और अखाड़ों के सदस्य करते हैं. यह स्नान पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.
Credit: Pinterestशाही स्नान का नियम
साधु-संतों के स्नान के बाद ही गृहस्थ लोग स्नान करते हैं. स्नान के दौरान साबुन या शैंपू का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. शाही स्नान पूरा करने के लिए 5 डुबकी लगाना जरूरी होती है.
Credit: Pinterestभद्रावास योग
प्रयागराज कुंभ मेले में 6 शाही स्नान होने वाले हैं. आज यानी 13 जनवरी 2025 को भद्रावास योग का संयोग बन रहा है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ और लाभकारी माना जाता है.
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महाकुंभ चार प्रकार होते हैं जिसमें कुंभ मेला, अर्ध कुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ शामिल है,
Credit: Pinterestकब होता है महाकुंभ
प्रयागराज में कुंभ का आयोजन तब होता है, जब बृहस्पति वृषभ राशि में और सूर्य-चंद्रमा मकर राशि में होते हैं. इसी तरह हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में कुंभ आयोजन के खगोलीय संयोग अलग-अलग होते हैं.
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ऐसा माना जाता है कि महाकुंभ में स्नान करने से व्यक्ति को पिछले और वर्तमान जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है. महाकुंभ में स्नान करने से पितरों को शांति और मोक्ष प्राप्त होता है
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यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.
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