8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस? जानें इतिहास और थीम
Ritu Sharma
2025/03/07 14:22:30 IST
महिला दिवस 2025 की थीम क्या है?
हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक थीम के तहत मनाया जाता है. 2025 की थीम है 'Accelerate Action' यानी "तेजी से कार्य करना". इसका उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों, समानता और न्याय के लिए ठोस कदम उठाना और वैश्विक स्तर पर लैंगिक समानता को गति देना है.
Credit: Social Mediaअंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
महिला दिवस की शुरुआत 1908 में न्यूयॉर्क शहर में हुई थी, जब हजारों महिलाओं ने काम के घंटे कम करने, बेहतर वेतन और मतदान के अधिकार जैसी मांगों को लेकर एक विशाल रैली निकाली थी.
Credit: Social Media8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस?
1909: अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार महिला दिवस मनाया.
1911: ऑस्ट्रिया, जर्मनी, डेनमार्क और स्विट्जरलैंड में पहली बार 19 मार्च को महिला दिवस मनाया गया.
1917: रूस की महिलाओं ने 8 मार्च को हड़ताल की, जिससे इस दिन को महिला दिवस के रूप में मान्यता मिली.
1975: संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 8 मार्च को आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया.
Credit: Social Mediaमहिला अधिकारों के लिए एक बड़ा आंदोलन
महिला दिवस की शुरुआत के पीछे मुख्य कारण महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और वोटिंग राइट्स जैसी मूलभूत स्वतंत्रताएं दिलाना था. आज भी यह दिन लैंगिक समानता, कार्यस्थल पर समान वेतन और महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देता है.
Credit: Social Mediaकैसे मनाया जाता है महिला दिवस?
दुनियाभर में सेमिनार, वर्कशॉप और रैलियां आयोजित की जाती हैं.
कॉर्पोरेट कंपनियां और संगठनों में महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है.
स्कूल और कॉलेजों में महिला सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रम किए जाते हैं.
सोशल मीडिया पर #WomensDay2025 जैसे हैशटैग ट्रेंड करते हैं.
Credit: Social Mediaमहिला सशक्तिकरण में भारत का योगदान
भारत में सावित्रीबाई फुले, सरोजिनी नायडू, कल्पना चावला, किरण बेदी जैसी महिलाओं ने अपने क्षेत्रों में ऐतिहासिक योगदान दिया है. सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मिशन शक्ति, महिला आरक्षण बिल जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं.
Credit: Social Mediaमहिला दिवस 2025 पर क्या करें?
महिलाओं के अधिकारों और समानता को बढ़ावा दें.
अपने घर और कार्यस्थल पर महिलाओं का सम्मान करें.
उन महिलाओं को प्रेरित करें, जो अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रही हैं.
सोशल मीडिया पर महिला सशक्तिकरण से जुड़े पोस्ट साझा करें.
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