हर साल 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस? पढ़ें दिलचस्प इतिहास
Princy Sharma
2025/05/01 10:02:05 IST
मजदूरों का संघर्ष
हर साल 1 मई को मजदूर दिवस मनाने का उद्देश्य मजदूरों के संघर्ष और बलिदान को याद करना है. यह दिन ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि 1886 में शिकागो में मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए आंदोलन किया था.
Credit: Pinterest मजदूरी के लिए संघर्ष
19वीं सदी में अमेरिका और यूरोप में मजदूरों को 15-16 घंटे की लंबी शिफ्टों में काम करना पड़ता था, लेकिन उन्हें उचित मजदूरी और अधिकार नहीं मिलते थे. यह मजदूरों के लिए बहुत कठिन समय था.
Credit: Pinterest शिकागो का आंदोलन
1 मई 1886 को शिकागो में हजारों मजदूरों ने काम के घंटे 8 करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने गोलीबारी की, जिसमें कई मजदूरों की जान चली गई और कई घायल हो गए.
Credit: Pinterest अंतर्राष्ट्रीय आंदोलन
इस घटना के बाद, 1889 में पेरिस में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में यह तय किया गया कि 1 मई को हर साल 'अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस' के रूप में मनाया जाएगा.
Credit: Pinterest भारत में मजदूर दिवस
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत 1 मई 1923 को चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) से हुई थी. यहां एक मजदूर सभा आयोजित की गई थी, जिसमें मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई गई.
Credit: Pinterest मजदूर दिवस का महत्व
मजदूर दिवस सिर्फ एक छुट्टी नहीं है, बल्कि यह दिन उन लोगों के संघर्ष और योगदान को सम्मानित करने का है, जो समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
Credit: Pinterest आज भी जारी है संघर्ष
आज भी दुनिया भर में मजदूरों को उचित मजदूरी, कार्यस्थल की सुरक्षा और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ता है. मजदूर दिवस इन संघर्षों को याद करने का एक तरीका है.
Credit: Pinterest जागरूकता फैलाना
मजदूर दिवस के माध्यम से हम समाज में मजदूरों के अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाते हैं और उनके संघर्ष को सम्मानित करते हैं. यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए.
Credit: Pinterest सभी के लिए बेहतर भविष्य
मजदूर दिवस यह संदेश देता है कि अगर हम एक बेहतर और न्यायपूर्ण समाज चाहते हैं, तो हमें मजदूरों के अधिकारों और उनकी मेहनत का सम्मान करना होगा.
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