अप्रैल की गर्मी ने तोड़ा 22 महीने का रिकॉर्ड
Anvi Shukla
2025/05/08 13:34:56 IST
अप्रैल 2025 बना सबसे गर्म महीना
अप्रैल 2025 अब तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा, वैश्विक तापमान औसत से 0.60°C ज्यादा दर्ज किया गया, जलवायु बदलाव की चिंता और गहराई.
Credit: social mediaयूरोप और एशिया में गर्मी का असर
पूर्वी यूरोप, रूस और कजाकिस्तान में सामान्य से कहीं ज्यादा गर्मी पड़ी, वहीं तुर्किये और बाल्कन क्षेत्र में कुछ ठंडक दर्ज की गई.
Credit: social mediaसमुद्री सतह का तापमान
अप्रैल 2025 में समुद्र की सतह का तापमान भी दूसरे नंबर पर रहा, अटलांटिक और भूमध्यसागर में असामान्य गर्मी देखी गई.
Credit: social mediaआर्कटिक और अंटार्कटिका में बर्फ कम
आर्कटिक में बर्फ सामान्य से 3% कम रही, जबकि अंटार्कटिका में यह कमी 10% तक पहुंच गई, यह खतरनाक संकेत है.
Credit: social mediaडेटा की गिनती पर सहमति नहीं
वैज्ञानिकों के बीच अभी तक इस पर एकमत नहीं है कि तापमान मापने के लिए कौन सा तरीका सबसे सही है, जिससे विवाद बना है.
Credit: social mediaपेरिस समझौते का लक्ष्य अब खतरे में
पेरिस समझौता कहता है तापमान को 1.5°C तक सीमित करें, लेकिन हालिया आंकड़े इस लक्ष्य को जल्द पार करने की चेतावनी दे रहे हैं.
Credit: social mediaजलवायु व्यवस्था में हो रहे बदलाव
वैज्ञानिक कह रहे हैं कि जलवायु प्रणाली में जो बदलाव हो रहे हैं, उन्हें समझने और उस पर काम करने की जरूरत और बढ़ गई है.
Credit: social mediaएयरोसोल में कमी बनी कारण?
कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि तापमान में अचानक बढ़ोतरी कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण कम होने से हुई है, जिससे सूरज की गर्मी सीधी पहुंच रही है.
Credit: social mediaअब क्या करना होगा?
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु की निगरानी, वैश्विक सहयोग और ठोस कदम ही दुनिया को इस गर्मी के संकट से बचा सकते हैं.
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