आज का दिन सुनहरे अक्षरों में होगा दर्ज, जानें क्यों


चंद्रयान-3

    आज हर भारतीय के लिए बहुत बड़ा दिन है क्योंकि आज चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से उतरने की कोशिश करेगा.

चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2

    इससे पहले चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 को भी इसी रास्ते से उतारने की कोशिश की गई थी लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण हम भारतीयों को असफलता हासिल हुई.

भारतीयों ने हार नहीं मानी

    हम भारतीयों ने हार नहीं मानी और चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को फिर से चंद्रमा की तरफ भेजा गया.

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग

    इसरो वैज्ञानिकों का कहना हैं कि आज चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग हो जाएगी. इस पर हर भारतीय अपनी निगाहें टिकाए बैठा है.

भारत पहला देश

    भारत पहला देश बनने वाला है जो कि चंद्रमा के दक्षिणी भाग पर लैंड कराने वाला है.

रूस का लूना 25

    भारत से पहले रूस का लूना 25 भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने को तैयार था लेकिन रविवार को यह घटना का शिकार हो गया.

अमेरिका और रूस में आपसी होड़

    चंद्रमा पर पहुँचने को लेकर अमेरिका और रूस में आपसी होड़ रही और कहा जा सकता है कि अमेरिका और रूस के बीच अंतरिक्ष युद्ध दूसरे विश्व युद्ध के बाद शुरू हुआ था.

इतिहास में लिखा जाएगा

    आज का दिन भारत के इतिहास में लिखा जाएगा. सुनहरे अक्षरों में दर्ज होने वाला पल हर भारतीय आज अपनी आंखों से देखेगा.

प्रार्थना

    चंद्रयान-3 के सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर हर भारतीय प्रार्थना में जुटा हुआ है.

View More Web Stories