अब 10 दिन में पूरी होगी कैलाश यात्रा, जानें कब होगा पहला बैच रवाना
Princy Sharma
2025/04/24 10:43:17 IST
कैलाश मानसरोवर यात्रा
कैलाश मानसरोवर यात्रा का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है. 2019 से बंद इस यात्रा की वापसी हो रही है और इस बार सब कुछ पहले से बहुत आसान और तेज होने वाला है.
Credit: Pinterest प्रशासन ने शुरू की तैयारी
चीन की मंजूरी के बाद भारत सरकार और उत्तराखंड प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. पहला बैच जून के पहले हफ्ते में रवाना हो सकता है.
Credit: Pinterest नया रूट
पहले यात्री हल्द्वानी से यात्रा शुरू करते थे, अब दिल्ली से सीधा टनकपुर जाएंगे (330 किमी). फिर धारचूला, गुंजी और लिपुलेख से कैलाश जाएंगे.
Credit: Pinterest सिर्फ 10 दिन में पूरी यात्रा
पहले पूरा ट्रिप 24 दिन में होता था. अब गाड़ियों और टू-लेन रोड की सुविधा से यह यात्रा सिर्फ 10 दिन में पूरी हो पाएगी. चौथे या 5वें दिन यात्री कैलाश क्षेत्र में पहुंच जाएंगे.
Credit: Pinterest नहीं करना होगा लंबा सफर
2019 तक गुंजी से लिपुलेख तक 95 किमी का ट्रैक करना पड़ता था, अब गाड़ियों और बसों से यह सफर आसानी से तय होगा.
Credit: Pinterest ठहरने की सुविधा
बुड़ी, गुंजी, नाभीढांग और लिपुलेख में कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) द्वारा संचालित होमस्टे में रुकने की व्यवस्था रहेगी.
Credit: Pinterest खर्चा कितना होगा?
2019 में यात्रा खर्च लगभग 2.5 लाख रुपये प्रति व्यक्ति था. नेपाल रूट से यात्रा करने पर करीब 1.84 लाख रुपये + 24,000 रुपये (पोर्टर चार्ज) लगता है. चीन का वीजा फीस और अन्य फीस अब भी तय नहीं हुई है.
Credit: Pinterest जरूरी दस्तावेज
वैध पासपोर्ट, 100 रुपये स्टाम्प पेपर पर यात्रा नियमों का शपथ पत्र, आपातकाल में वापसी और मृत्यु होने पर दाह संस्कार की पूर्व अनुमति और वीजा फीस और अन्य खर्च के लिए डॉलर में नकद राशि साथ रखें.
Credit: Pinterest कैलाश यात्रा के 3 प्रमुख रूट
नाथूला दर्रा (सिक्किम) सबसे लंबा रूट (802 किमी), लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड) कैलाश से सिर्फ 65 किमी दूर और नेपाल रूट (काठमांडू से) लगभग 400 किमी
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