वायु प्रदूषण ने भारत की बारिश को कैसे बनाया तेजाब!
Princy Sharma
2025/04/12 16:24:26 IST
रिसर्च
भारत में 34 साल की एक स्टडी से पता चला है कि देश के कई हिस्सों में बारिश का पानी अब धीरे-धीरे अम्लीय (acidic) होता जा रहा है.
Credit: Pinterest घट रहा है बारिश का pH
भारत के प्रमुख शहरों जैसे विशाखापत्तनम, प्रयागराज और मोहनबारी में बारिश का पानी अधिक acidic हो रहा है. इसका मुख्य कारण हवा में प्रदूषण और इंडस्ट्रियल प्रदूषण है.
Credit: Pinterest pH लेवल
pH एक पैमाना है जो यह बताता है कि पानी acidic है या alkaline. जब pH 5.65 से कम हो जाता है, तो बारिश को एसिड रेन कहा जाता है.
Credit: Pinterest विशाखापत्तनम
विशाखापत्तनम का बारिश का पानी अब बहुत अधिक acidic हो रहा है, जो शहर के तेल रिफाइनरी, पावर प्लांट, और अन्य उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण के कारण है.
Credit: Pinterest प्रयागराज
प्रयागराज में बारिश का pH हर दशक में 0.4 से 0.74 तक घट रहा है. पुणे में भी पॉल्यूशन के कारण बारिश का पानी acidic हो रहा है, जिससे चिंता बढ़ रही है.
Credit: Pinterest नेचुरल मिनरल्स
कुछ जगहों पर, जैसे प्रयागराज और नागपुर, बारिश में नेचुरल मिनरल्स (जैसे कैल्शियम) की मात्रा घट रही है, जो आमतौर पर acidic तत्वों को न्यूट्रलाइज करते थे.
Credit: Pinterest नाइट्रेट का बढ़ना
सबसे बड़े कारणों में से एक है नाइट्रेट (NO₃⁻) का बढ़ना, जो वाहनों, फैक्ट्रियों, और फसल जलाने से निकलता है.
Credit: Pinterest आगे हो सकता है नुकसान
वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो भविष्य में एसिड रेन से बहुत बड़े नुकसान हो सकते हैं, जैसे ऐतिहासिक धरोहरों का नुकसान और वाटर सोर्स में भारी धातुओं का घुलना.
Credit: Pinterest स्वास्थ्य पर खतरा
एसिड रेन से भूमि से खतरनाक धातुएं जैसे एल्यूमिनियम, क्रोमियम और आयरन निकल कर पानी में मिल सकती हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती हैं.
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