भारत में वायरल इंफेक्शन का कहर! ICMR की रिपोर्ट में खुलासा
Princy Sharma
2025/11/02 17:24:40 IST
वायरल इंफेक्शन
भारत में 2025 के पहले छह महीनों में हर 9 में से एक मरीज में वायरल इंफेक्शन पाया गया. ICMR के नए रिपोर्ट के अनुसार, 4.5 लाख सैंपल में से 11.1% मरीजों में पैथोजन पाए गए.
Credit: Pinterestइंफेक्शन रेट में बढ़ोतरी
पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में इंफेक्शन रेट 10.7% थी, जो दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में बढ़कर 11.5% हो गई. यह 0.8% की वृद्धि बताती है कि खतरा बढ़ रहा है.
Credit: Pinterestउभरते संक्रमणों का संकेत
यह वृद्धि भले ही मामूली लगे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह मौसमी बीमारियों और नए वायरस के संक्रमण का चेतावनी संकेत हो सकता है.
Credit: Pinterestप्रमुख वायरस
ICMR ने जिन प्रमुख वायरसों का पता लगाया उनमें शामिल हैं इन्फ्लूएंजा, डेंगू, हेपेटाइटिस A, नोरवायरस, हर्पीज सिंप्लेक्स वायरस
Credit: Pinterestजनवरी-मार्च में आंकड़ा
जनवरी से मार्च 2025 तक 2,28,856 सैंपल्स में से 10.7% संक्रमित पाए गए थे, जबकि अप्रैल से जून तक यह आंकड़ा बढ़कर 11.5% हो गया.
Credit: Pinterest191 रोग क्लस्टर की जांच
अप्रैल से जून 2025 के बीच, 191 रोग क्लस्टर की जांच की गई, जिसमें मम्प्स, मीजल्स, रूबेला, डेंगू, चिकनगुनिया, रोटावायरस, नोरवायरस जैसे वायरस पाए गए.
Credit: Pinterest389 क्लस्टर की जांच
जनवरी से मार्च तक 389 रोग क्लस्टर की जांच की गई थी, जिसमें मम्प्स, मीजल्स, रूबेला, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे वायरस के मामले सामने आए.
Credit: Pinterestवायरल संक्रमण पर कड़ी नजर
ICMR की VRDL नेटवर्क, जो एक प्रमुख चेतावनी प्रणाली के रूप में काम करता है ने बताया कि यदि संक्रमण दर पर समय-समय पर नजर रखी जाए तो आने वाली महामारी को समय पर रोका जा सकता है.
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