कार्तिक का करियर ग्राफ काफी अच्छा रहा है, लेकिन बेहद कम लोग जानते हैं कि इसके लिए उन्होंने कितनी मेहनत की है.
स्ट्रगल की कहानी
कार्तिक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि आज भले ही उनके पास फिल्मों की लाइन लगी हो, लेकिन एक वक्त था उन्हें छोटे- मोटे ऑडिशन से भी रिजेक्ट कर दिया जाता था.
बिना टिकट किया ट्रेवल
जब कार्तिक मुंबई आए, उनके पास पैसे नहीं थे. खाली जेब लिए वह बिना टिकट के ही लोकल ट्रेन में सफर करते थे.
12 लोगों वाला कमरा
स्ट्रगल के दिनों में कार्तिक एक ऐसे कमरे में रहते थे, जिसमें पहले से 12 लोग रह रहे थे.
अंदर भी नहीं जाने दिया
कार्तिक ने यह भी बताया है कि एक बार जब वह किसी डियोड्रेंट के ऑडिशन के लिए गए थे तब उन्हें अंदर भी नहीं जाने दिया गया था.
रिजेक्ट हुए कार्तिक
कार्तिन आर्यन को तकरीबन 3 सालों तक लगातार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था.
कार्तिक का डेब्यू
साल 2011 में उन्हें पहली बार 'प्यार का पंचनामा' से ब्रेक मिला. कार्तिक अपनी पहली ही फिल्म के मोनोलॉग से छा गए थे.
कार्तिक की फिल्में
इस फिल्म के बाद कार्तिक 'सोनू की टीटू की स्वीटी', 'फ्रेडी', 'शहजादा' और 'लुका छिपी' जैसी फिल्मों में देखा गया.