छठ में डूबते सुर्य को क्यों दिया जाता है जल? आज संध्या अर्घ्य पर जानें
Reepu Kumari
2025/10/27 14:10:45 IST
छठ पूजा का धार्मिक महत्व
छठ पूजा सूर्यदेव और उनकी पत्नियों उषा व प्रत्यूषा को समर्पित पर्व है. यह व्रत आत्मशुद्धि, परिवार की मंगलकामना और जीवन में संतुलन का प्रतीक माना जाता है.
Credit: Pinterestडूबते सूर्य को अर्घ्य देने की अनोखी परंपरा
छठ ही एकमात्र पर्व है जिसमें पहले डूबते सूर्य और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. यह दिन के अंत में कृतज्ञता और जीवन की स्वीकृति का संदेश देता है.
Credit: GEMINI (प्रतिकात्मक)प्रत्यूषा देवी को समर्पित अर्घ्य
पौराणिक मान्यता है कि संध्या अर्घ्य सूर्यदेव की पत्नी प्रत्यूषा को समर्पित होता है, जो दिन के अंत और जीवन में संतुलन की प्रतीक मानी जाती हैं.
Credit: Pinterestअर्घ्य देने की पारंपरिक विधि
व्रती महिलाएं स्नान के बाद बांस की सूप में पूजा सामग्री सजाती हैं और नदी या तालाब के किनारे सूर्य को जल अर्पित करती हैं. इस दौरान “ॐ सूर्याय नमः” का जप किया जाता है.
Credit: Pinterestअर्घ्य के लिए शुभ सामग्री का चयन
तांबे के बर्तन से अर्घ्य देना सबसे शुभ माना जाता है. जल में लाल चंदन, फूल और सिंदूर मिलाना सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है.
Credit: Pinterestअर्घ्य देने का शुभ समय और नियम
सूर्योदय या सूर्यास्त से एक घंटा पहले अर्घ्य देना श्रेष्ठ माना जाता है. सूर्य की दिशा में मुख करके मंत्र जाप और तीन परिक्रमा करने की परंपरा है.
Credit: Pinterestवैज्ञानिक दृष्टि से अर्घ्य का महत्व
सूर्यास्त के समय सूर्य की किरणों की तीव्रता कम होती है, जिससे शरीर को सुरक्षित रूप से प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है. यह मन की शांति और विटामिन D संतुलन में मदद करती है.
Credit: Pinterestआध्यात्मिक संदेश और जीवन दर्शन
डूबते सूर्य को अर्घ्य देना यह सिखाता है कि हर अंत एक नई शुरुआत है. सूर्यास्त हमें विनम्रता और आभार का महत्व याद दिलाता है.
Credit: Pinterestविदेशी धरती पर भी छठ की भक्ति
भारत ही नहीं, बल्कि लंदन, दुबई, अमेरिका जैसे देशों में भी प्रवासी भारतीय छठ पूजा को पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं.
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यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.
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