Sambhal Jama Masjid: संभल की शाही जामा मस्जिद मामले में ASI ने क्या जवाब दिया ?

संभल की शाही जामा मस्जिद मामले में एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. एएसआई के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि शाही जामा मस्जिद में किसी प्रकार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से संबंधित विवादित तत्व नहीं पाए गए हैं. एएसआई ने अपनी जांच के दौरान मस्जिद की संरचना और इतिहास की गहनता से समीक्षा की लेकिन उन्होंने कोई ठोस सबूत नहीं पाया, जो मस्जिद को किसी अन्य धार्मिक स्थल से संबंधित साबित करें.

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Khushboo Chaudhary

 


संभल की शाही जामा मस्जिद मामले में एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. एएसआई के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि शाही जामा मस्जिद में किसी प्रकार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से संबंधित विवादित तत्व नहीं पाए गए हैं. एएसआई ने अपनी जांच के दौरान मस्जिद की संरचना और इतिहास की गहनता से समीक्षा की लेकिन उन्होंने कोई ठोस सबूत नहीं पाया, जो मस्जिद को किसी अन्य धार्मिक स्थल से संबंधित साबित करें.

यह मसला उस समय उठा जब कुछ व्यक्तियों ने दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद वास्तव में किसी प्राचीन हिंदू मंदिर का हिस्सा हो सकती है. इस दावे के बाद, एएसआई को मस्जिद की जांच करने का निर्देश दिया गया था. एएसआई ने अपनी जांच में पाया कि मस्जिद का निर्माण मुग़ल काल में हुआ था और यह एक ऐतिहासिक स्थल है, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है.

एएसआई ने यह भी कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल की ऐतिहासिकता और उसकी मूल संरचना को समझने के लिए एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे इस मसले में पूरी निष्पक्षता से काम करेंगे और किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे.

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