'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद कठुआ में छतों पर क्यों बनाया जा रहा है रेड क्रॉस का निशान?

भारत और पाकिस्तान के बीच 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है अब सीमावर्ती जिलों के अस्पतालों की छतों पर रेड क्रॉस का बड़ा निशान बनाया जा रहा है.

Princy Sharma

Jammu-Kashmir Kathua: भारत और पाकिस्तान के बीच 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. सीमा पर हालात बेहद संवेदनशील हो गए हैं. इसी बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है अब सीमावर्ती जिलों के अस्पतालों की छतों पर रेड क्रॉस का बड़ा निशान बनाया जा रहा है.

इसका जवाब अंतरराष्ट्रीय नियमों में छुपा है. रेड क्रॉस का यह प्रतीक जिनेवा कन्वेंशन के तहत मान्यता प्राप्त एक खास अंतरराष्ट्रीय चिन्ह है. इसका मतलब होता है कि जिस इमारत पर यह निशान है, वह एक चिकित्सा सुविधा है और किसी भी तरह के हमले से बचाई जानी चाहिए. जिनेवा कन्वेंशन एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसका मकसद है युद्ध या किसी भी सशस्त्र संघर्ष के समय आम नागरिकों, घायल लोगों और मेडिकल सुविधाओं को सुरक्षा देना. रेड क्रॉस का चिन्ह इस बात का संकेत देता है कि उस जगह पर घायल लोगों का इलाज हो रहा है और वहां कोई सैन्य गतिविधि नहीं है.