Swati Maliwal

S&P ने 2023-24 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6% रहने के अनुमान को रखा बरकार, चीन की वृद्धि दर का अनुमान घटाया

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सामान्य मानसून और कच्चे तेल की कीमतों में कमी के चलते मुद्रास्फीति नरम पड़ेगी. एसएंडपी ने 2023 के लिए चीन की वृद्धि दर का अनुमान 5.5 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया है.

Manish Pandey
LIVETV

एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने सोमवार को भारत की जीडीपी वृद्धि दर (GDP Growth Rate) छह प्रतिशत रहने का अनुमान बरकरार रखा. रेटिंग एजेंसी ने साथ ही कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत की वृद्धि दर सबसे अधिक होगी. भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की मजबूती के कारण चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष के वृद्धि अनुमानों को अपरिवर्तित रखा गया है. पिछले वृद्धि अनुमान मार्च में घोषित किए गए थे.

एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने एशिया-प्रशांत के लिए अपनी तिमाही आर्थिक समीक्षा में कहा, ''हमारा अनुमान है कि भारत, वियतनाम और फिलीपींस की वृद्धि दर लगभग छह प्रतिशत रहेगी.'' एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री (एशिया-प्रशांत) लुइस कुइज ने कहा, ''मध्यम अवधि के लिए वृद्धि अनुमान अपेक्षाकृत ठोस बना हुआ है. एशिया की उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाएं 2026 तक हमारे वैश्विक वृद्धि परिदृश्य में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में बनी हुई हैं.''

इसके साथ ही एसएंडपी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) 6.7 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है, और आरबीआई (RBI) अगले साल की शुरुआत में ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है.

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सामान्य मानसून और कच्चे तेल की कीमतों  (Crude Oil Price) में कमी के चलते मुद्रास्फीति नरम पड़ेगी. एसएंडपी ने 2023 के लिए चीन की वृद्धि दर का अनुमान 5.5 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया है.