'जहां चाहो वहां बैठो', महिला यात्रियों के लिए IndiGo ने क्यों किया ऐसा? पढ़ें इनसाइड स्टोरी
Indigo Flight Rules: इंडिगो ने अब महिलाओं को यह अधिकार दिया है कि वे चुन सकती हैं उन्हें महिला या पुरुष किसके साथ बैठना है. यह इंडिगो की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा. इंडिगो के इस फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है क्योंकि पहले ऐसी सुविधा नहीं हुआ करती थी.
कई बार महिलाएं, अजनबी पुरुषों के साथ सफर करने में असहज होती हैं. अगर यात्रा लंबी हो तो उनके लिए और मुश्किलें बढ़ जाती हैं. अब इंडिगो ने महिलाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है. इंडिगो ने अब महिलाओं के लिए यह चुनने का विकल्प दिया है कि वे महिला यात्रियों के साथ बैठना पसंद करती हैं या पुरुष यात्रियों के साथ. वे अपनी सुरक्षा और सहजता के हिसाब से सीट चुन सकती हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडिगो ने कहा है कि यह महिला यात्रियों के लिए तैयार किया गया है. पैसेंजर नेम रिकॉर्ड्स के हिसाब से चाहे वे अकेली हों या परिवार के साथ, वे चुन सकती हैं उन्हें कहां बैठना है. इंडिगो की फ्लाइट में महिलाओं से बदसलूकी की कई खबरें आ चुकी थीं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है. आइए जानते हैं क्या है इस फैसले की इनसाइड स्टोरी.
क्यों लिया गया है फैसला?
बीते कुछ महीनों में कई फ्लाइट में ऐसे कांड हुए हैं जिसकी वजह से इंडिगो ने यह फैसला लिया है. एक यात्री ने महिला सह यात्री पर पेशाब कर दिया था, वहीं कई बार महिलाओं से बदसलूकी की खबरें सामने आई थीं. जनवरी 2023 में एक प्रोफेसर ने डॉक्टर के यौन उत्पीड़न किया था. यह फ्लाइट दिल्ली से मुंबई के लिए जा रही थी, यह भी इंडिगो की थी.
सितंबर 2023 में मुंबई गुवाहाटी की फ्लाइट में भी बदसलूकी हुई थी. इंडिगो ने महिला यात्रियों को सुरक्षा देने के मकसद से यह फैसला लिया है. इंडिगो देश के सबसे बड़े घरेलू फ्लाइंग कंपनियों में से एक है. DGCA की ओर से जारी आकंड़ों के मुताबिक मार्केट शेयर हर इसका 60 फीसदी दखल है. ऐसा हो सकता है कि इंडिगो के इस फैसले के बाद दूसरी विमानन कंपनियां भी अपने ग्राहकों के लिए यह इंतजाम करें. इंडिगो के इस फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है.