त्रिपुरा छात्र मर्डर: पिता बोले- उत्तराखंड पुलिस ने FIR दर्ज करने से किया इनकार, देखें वीडियो
अंजेल के पिता तरुण प्रसाद चकमा ने कहा, 'वे FIR दर्ज कराना चाहते थे लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह मामूली मामला है, जब हम वहां गए तभी उन्होंने आखिरकार मामला दर्ज किया.'
देहरादून में हुए एक घातक नस्लीय हमले में जान गंवाने वाले त्रिपुरा के छात्र अंजेल चकमा के पिता ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमले के बाद उन्होंने FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया और इसे मामूली मामला बताकर खारिज कर दिया.
अंजेल के पिता तरुण प्रसाद चकमा ने कहा, 'वे FIR दर्ज कराना चाहते थे लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह मामूली मामला है, जब हम वहां गए तभी उन्होंने आखिरकार मामला दर्ज किया.'
भेदभाव नहीं होना चाहिए
उन्होंने आगे कहा, 'पूर्वोत्तर के हमारे बच्चे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे विभिन्न स्थानों पर काम करने या पढ़ाई करने आते हैं, उनके साथ इतना भेदभावपूर्ण व्यवहार नहीं होना चाहिए. हम सब भी भारतीय ही हैं. मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि सभी के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित किया जाए.'
बता दें कि 9 दिसंबर को देहरादून के सेलाकी इलाके में अंजेल पर हमला हुआ था जब वह अपने छोटे भाई के साथ किराने का सामान खरीद रहा था.
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, अंजेल के भाई माइकल चकमा (21) को 6 लोगों ने रोक लिया और उन पर कथित तौर पर चिंकी, चाइनीज और मोमो जैसी नस्लवादी टिप्पणी कीं.
माइकल चकम की शिकायत के आधार पर 12 दिसंबर को शिकायत दर्ज हुई जिसमें जानबूझकर चोट पहुंचाने, खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल और आपराधिक धमकी से संबंधित धाराएं जोड़ी गईं. 14 दिसंबर को चोटों की गंभीरता का आकलन करने के बाद पुलिस ने हत्या का प्रयास और आपराधिक साजिश जैसी धाराओं को भी जोड़ा
5 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दो नाबालिकों समेत 6 में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा कि एक अन्य आरोपी अवस्थी के नेपाल भाग जाने की आशंका है, उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी अवस्थी को पड़कने के लिए एक टीम नेपाल के लिए रवाना हो चुकी है.