'जो पैदा हुआ है उसे मरना ही है लेकिन...', हाथरस में सत्संग करने वाले भोले बाबा ने दिया बयान
Hathras : 2 जुलाई को हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. स्वयंभू संत सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा इस सत्संग के उपदेशक थे. उनके जाने के बाद ये दुर्घटना घटी. इस मामले में उन्होंने अपने वकील के जरिए पहला बयान जारी किया था. बुधवार को उन्होंने न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत करते हुए कहा कि जो आया हो तो जाएगा लेकिन हाथरस में मची भगदड़ के पीछे कोई न कोई साजिश रची गई थी.
Hathras : हाथरस में सत्संग खत्म होने के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद से सत्संग में प्रवचन देने वाले स्वयंभू संत सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा जनता के निशाने पर आ गए थे. उन्होंने अब इस भगदड़ को लेकर नई बात कही है. उन्होंने कहा कि होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है, उसे एक दिन जाना ही है. जो लोग पैदा हुए हैं, उन्हें मरना ही है.
2 जुलाई को मची भगदड़ में कुल 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. धार्मिक समागम के लिए हाथरस जिले के फुलराई गांव में 2.5 लाख से अधिक श्रद्धालु एकत्र हुए थे. उत्तर प्रदेश पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. आयोजन में 80 हजार लोगों के शामिल होने की अनुमति थी लेकिन करीब 2.5 लाख लोग एकत्र हुए थे.
'साजिश की वजह से मची भगदड़'
न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए भोले बाबा ने कहा- "मेरे वकील एपी सिंह और मैंने तथा प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जहरीली स्प्रे के बारे में जो कहा गया है वह पूरी तरह सच है और इसमें निश्चित रूप से कोई न कोई साजिश जरूर हुई है. हमें SIT और न्यायपालिका पर भरोसा है और हमें विश्वास है कि सच्चाई सामने आएगी और साजिशकर्ता पकड़े जाएंगे."
भोले बाबा ने कहा, - मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से सभी समिति सदस्यों से पीड़ितों के साथ खड़े होने का अनुरोध किया है, और सभी लोगों ने इसका पालन किया है. मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूँ."
कासगंज पहुंचे भोले बाबा
बुधवार को भोले बाबा कासगंज के बहादुर नगर गांव में अपने आश्रम पहुंचे. उनके वकील ए पी सिंह ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, "वह अपने आश्रम पहुंच गए हैं और यहीं रहेंगे. वह अपने दूसरे आश्रम से यहां आए हैं. वह कभी किसी के घर, होटल या दूसरे देश में नहीं गए."
SIT और न्यायिक आयोग का गठन
हाथरस में मची इस भगदड़ की जांच के लिए यूपी सरकार ने एसआईटी और न्यायिक आयोग का गठन किया है. 9 जुलाई को एसआईटी ने यूपी सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में एसआईटी ने भगदड़ के पीछे "बड़ी साजिश" की संभावना से इनकार नहीं किया.
वकील ने किया था जहरीले पदार्थ के छिड़काव का दावा
एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन की ओर से की गई चूक की ओर भी इशारा किया, जिसके कारण भगदड़ मची. इन सबके बीच भोले बाबा के वकील ने 6 जुलाई को दावा किया कि "कुछ अज्ञात लोगों" द्वारा छिड़के गए "किसी जहरीले पदार्थ" के कारण भगदड़ मची थी.