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Mukhtar Ansari: मुख्तार-बृजेश एक दूसरे के जानी दुश्मन? जानें उसरी चट्टी कांड की पुरानी कहानी?

Mukhtar Ansari Crime History: UP के बांदा जेल में दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो चुकी है. मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की अदावत की कहानी पुरानी है. उसरी चट्टी कांड के बाद दोनों माफियाओं एक दूसरे के जानी-दुश्मन बन गए.

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Mukhtar Ansari Crime History: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी और माफिया मुख्तार अंसारी की अदावत जगजाहिर है. मुख्तार अंसारी अपने कट्टर दुश्मन ब्रिजेश सिंह ने साल 2001 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद इलाके में मुख्तार अंसारी पर हुए कथित हमले के मामले में आरोपी हैं. इस हमले में मुख्तार की जान तो बच गई लेकिन उसके दो गनर मारे गए. इस घटना के बाद मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की दुश्मनी बढ़ गई. फिलहाल ब्रिजेश सिंह जमानत पर बाहर हैं.

दरअसल घटना यह है कि 15 जुलाई 2001 को मुख्तार अंसारी कई गाड़ियों के काफिले के साथ मुहम्मदाबाद से मऊ जा रहे थे. तभी  उसरी चट्टी पर उनके काफिके पर पहले से तैयार हमलावरों ने मुख्तार के काफिले पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मौके-ए-वारदात पर मुख्तार अंसारी के गनर की मौत हो गई. इस घटना को उसरी चट्टी कांड के नाम से जाना जाता है. 

बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह को उसरी चट्टी कांड में मुख्य आरोपी

इस मामले में मुख्तार अंसारी ने 17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के अलावा 15 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने इस केस की विवेचना करने के बाद बृजेश सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया. बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह को उसरी चट्टी कांड में मुख्य आरोपी बनाया गया. बृजेश सिंह को इस मामले में बरी किया जा चुका है लेकिन गवाहों की गवाही चल रही है. 

क्या बृजेश सिंह को मिला एक नया जीवनदान? 

इस चर्चित हत्याकांड में मुख्तार अंसारी वादी और गवाह दोनों ही था. दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में मुख्तार की गवाही होनी थी लेकिन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बृजेश सिंह को एक नया जीवनदान मिल गया है. मुख्तार ने इस केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. मुख्तार के वकील ने इस केस को यूपी के बाहर ट्रांसफर किये जाने की बात कही थी ताकि न्याय दिलाया जा सके.