वर्दी का झांसा देकर रचाई शादी, दहेज में ऐंठ लिए लाखों; आजमगढ़ से गिरफ्तार हुआ फर्जी सब इंस्पेक्टर
आजमगढ़ में पुलिस ने एक फर्जी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है, जो शादी, दहेज और नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. आरोपी के पास से वर्दी और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं.
आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो खुद को उप-निरीक्षक बताकर न सिर्फ शादी रचाता रहा बल्कि दहेज, पैसे और धमकियों के जरिए लोगों को ठगता रहा. आरोपी की पहचान प्रदीप यादव के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज, पुलिस वर्दी, कूटरचित नियुक्ति पत्र और नकदी बरामद की गई है.
शादी और दहेज के नाम पर ठगी
सीओ सदर आस्था जायसवाल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि निजामाबाद थाना क्षेत्र की रहने वाली काजल ने 4 सितंबर को पुलिस को एक प्रार्थना पत्र सौंपा था. इसमें आरोप लगाया गया था कि प्रदीप यादव ने खुद को पुलिस उप-निरीक्षक बताकर 16 फरवरी 2022 को उससे विवाह किया. शादी के समय आरोपी और उसके परिवार ने करीब 8 लाख रुपये नकद, सोने के आभूषण और घरेलू सामान दहेज के रूप में लिया.
शादी के बाद भी दहेज की मांग बंद नहीं हुई. पीड़िता का आरोप है कि आरोपी और उसके परिजनों ने अतिरिक्त दहेज और वाहन की मांग को लेकर उसे लगातार प्रताड़ित किया. इतना ही नहीं, वर्ष 2023 में पुलिस भर्ती में चयन दिलाने का झांसा देकर मेडिकल के नाम पर एक लाख रुपये और वसूल लिए गए.
जांच में खुली पोल
मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी का पुलिस विभाग से कोई भी संबंध नहीं है. वह पूरी तरह फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को गुमराह कर रहा था. इसके बाद निजामाबाद थाने में आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. न्यायालय की ओर से आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट और धारा 84 BNSS के तहत आदेश भी जारी किया गया था.
वर्दी पहनकर धमकाने आया, मौके पर गिरफ्तारी
पुलिस को शनिवार को सूचना मिली कि आरोपी पीड़िता को धमकाने के इरादे से पुलिस वर्दी पहनकर इलाके में आया है. सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके से प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से उप-निरीक्षक की वर्दी, फर्जी नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र, मोबाइल फोन और नकद रुपये बरामद किए गए.
पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अच्छी शादी और धन लाभ के लालच में फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए थे. वह खुद को प्रयागराज के थाना कर्नलगंज में तैनात उप-निरीक्षक बताता था. किराए के कमरे में रहकर वह पुलिस वर्दी का इस्तेमाल करता और लोगों को धमकाकर या भरोसे में लेकर पैसे ऐंठता था. पुलिस का कहना है कि आरोपी के आपराधिक इतिहास और अन्य पीड़ितों की भी जांच की जा रही है.
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