बेंगलुरु के एक शख्स का दावा चर्चा का विषय बना हुआ है. शख्स ने कहा कि उसने दुर्लभ नस्ल के कुत्ते वुल्फडॉग को 50 करोड़ रुपए में खरीदा है. शख्स ने इस तरह का दावा कर मुसीबत मोल ले ली है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को उनके आवास पर छापेमारी की, ताकि भ्रष्टाचार या विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन की जांच की जा सके.
ED की छापेमारी और जांच
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने बेंगलुरु के एस. सतीश के आवास पर छापा मारा और उनके कुत्ते, कैडाबॉम ओकामी, के बारे में पूछताछ की, जिसे सतीश ने फरवरी में खरीदने का दावा किया था. जांच के दौरान, ईडी ने सतीश के बैंक खातों की जांच की, लेकिन खरीद के समय कोई बड़ा लेनदेन नहीं मिला. इससे हवाला मार्ग के उपयोग की आशंका जताई जा रही है. सूत्र ने बताया, "कुत्ता विदेशी नस्ल का नहीं, बल्कि भारतीय नस्ल का प्रतीत होता है. सतीश से पूछताछ जारी है."
Bengaluru’s 50-Crore Wolfdog Turns Out to Be a Phantom Pet—ED Lands in a Hoax Hole
What began as a dramatic twist in India’s exotic pet world ended in a deadpan anticlimax on Thursday when officials from the Enforcement Directorate (ED) walked into a Bengaluru… pic.twitter.com/MeowYBHKvL— Sudhakar Udumula (@sudhakarudumula) April 17, 2025Also Read
ओकामी: दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता?
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, इंडियन डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश ने ओकामी पर 57 लाख रुपये खर्च किए. यह कुत्ता वुल्फ और कॉकेशियन शेफर्ड का मिक्स है और संभवतः अपनी तरह का पहला कुत्ता है. सतीश ने द सन को बताया, "मैंने इस पिल्ले पर 50 मिलियन रुपये खर्च किए क्योंकि मुझे कुत्तों से प्यार है और मैं अनोखे कुत्तों को भारत में लाना चाहता हूं." आठ महीने का ओकामी, जो 5 किलो से अधिक वजन का है, रोज 3 किलो कच्चा मांस खाता है.
कुत्ते से करते हैं लाखों की कमाई
सतीश अपने अनोखे कुत्तों को प्रदर्शित कर भीड़ से कमाई करते हैं. वे 30 मिनट के लिए 2,800 डॉलर (2 लाख 40 हजार) से लेकर 5 घंटे के लिए 11,700 डॉलर (10 लाख रुपए) तक कमाते हैं. सतीश ने कहा, "मैं इन कुत्तों पर खर्च करता हूं क्योंकि ये दुर्लभ हैं. लोग इन्हें देखने के लिए उत्सुक रहते हैं. मेरे कुत्ते और मैं किसी फिल्म स्टार से ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं." उनके पास एक दुर्लभ चाउ चाउ भी है, जिसे उन्होंने पिछले साल 32.5 लाख डॉलर में खरीदा था.
कुत्तों का शाही जीवन
सतीश के कुत्ते सात एकड़ के फार्म पर रहते हैं, जहां प्रत्येक के लिए 20x20 फीट का केनेल है. सतीश ने बताया, "उन्हें घूमने-फिरने की पूरी जगह है. छह लोग उनकी देखभाल करते हैं. बेंगलुरु का मौसम ठंडा होने के कारण एयर कंडीशनर की जरूरत नहीं पड़ती."