झारखंड BJP में बड़ा फेरबदल, रघुवर दास बन सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष!

झारखंड की राजनीतिक में महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना जताई जा रही है. ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास की झारखंड बीजेपी में पुनः वापसी के साथ, उन्हें पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की चर्चा तेज हो गई है.

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Ritu Sharma

Jharkhand BJP: झारखंड की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. ओडिशा के पूर्व राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बीजेपी में वापसी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें झारखंड बीजेपी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

आपको बता दें कि 2024 विधानसभा चुनाव में भाजपा को झारखंड में करारी हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद पार्टी संघटनात्मक बदलाव पर गंभीरता से विचार कर रही थी. इसी रणनीति के तहत बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता चुना गया, जिससे अब यह सवाल उठने लगा है कि झारखंड बीजेपी का अध्यक्ष कौन बनेगा? राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, बीजेपी अब राज्य में ओबीसी और एसटी वोट बैंक को साधने के लिए रघुवर दास को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है.

रघुवर दास की वापसी और भविष्य की रणनीति

वहीं, 18 अक्टूबर 2023 को जब रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया था, तब इसे उनकी 'राजनीतिक समाप्ति' माना जा रहा था. लेकिन 24 दिसंबर 2024 को उन्होंने राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर दोबारा सक्रिय राजनीति में वापसी की. 10 जनवरी 2025 को उन्होंने झारखंड बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की, जिसके बाद से यह चर्चा जोरों पर है कि जल्द ही उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

झारखंड बीजेपी में बड़ा बदलाव तय?

सूत्रों के मुताबिक, होली के बाद झारखंड बीजेपी में बड़े बदलाव के संकेत हैं. भाजपा अब संगठन में ओबीसी और एसटी नेताओं को प्रमुख स्थान देने की रणनीति पर काम कर रही है. इसी कड़ी में बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता बनाकर पार्टी ने पहला बड़ा कदम उठाया है. अब प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए रघुवर दास सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. हालाँकि, अंतिम निर्णय भाजपा का शीर्ष नेतृत्व करेगा.

रघुवर दास का राजनीतिक सफर

  • 1977 में जनता पार्टी की सदस्यता ली और 1980 में बीजेपी के प्रथम अधिवेशन में शामिल हुए.
  • 1995 में पहली बार जमशेदपुर पूर्वी से विधायक चुने गए और लगातार 5 बार विधायक रहे.
  • 2014 में झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री बने और पूरे 5 साल का कार्यकाल पूरा किया.
  • 2023 में ओडिशा के राज्यपाल बने लेकिन 2024 में इस्तीफा देकर दोबारा राजनीति में लौटे.

क्या झारखंड बीजेपी को मिलेगा नया अध्यक्ष?

हालांकि, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा नेतृत्व रघुवर दास पर भरोसा जताकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाएगा या फिर कोई नया चेहरा सामने आएगा. फिलहाल, झारखंड की राजनीति में हलचल तेज है और आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.