'इंडिया गेट ही गायब हो गया', दिल्ली के जानलेवा वायु प्रदूषण को लेकर AAP और कांग्रेस ने केंद्र और रेखा सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सभी राजनेताओं से अपनी राजनीतिक मजबूरियों की परवाह किए बगैर वायु प्रदूषण के मुद्दे पर साथ आने की अपील की और कहा कि वे सभी इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का समर्थन करेंगे.
दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर हालात बद से बदतर हो चले हैं. श्वांस रोग विशेषज्ञ आने वाले चार से पांच हफ्तों तक दिल्ली-एनसीआर छोड़ने की चेतावनी दी है.
ऐसे समय में जब हालात बेकाबू हो चुके हैं राजधानी दिल्ली सहित केंद्र सरकार तक इस प्रदूषण को कम करने के लिए कोई ठोस कदम उठाती नजर नहीं आ रही है.
दिल्ली के बदतर हालातों को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सत्ता के ठेकेदारों के खिलाफ इस दमघोंटू प्रदूषण को लेकर मोर्चा खोल दिया है.
वायु प्रदूषण के कारण गायब हुआ इंडिया गेट
आम आदमी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल वायु प्रदूषण के कारण अदृश्य हुए इंडिया गेट का एक फोटो शेयर करते हुए रेखा गुप्ता सरकार और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है.
AAP ने लिखा, 'दिल्ली में इंडिया गेट ही हुआ ग़ायब 😳
सरकार AQI में कितनी भी हेरा फेरी कर ले लेकिन इंडिया गेट नें Smog के पीछे ग़ायब होकर भाजपा की पोल खोल दी है।
सरकारी आंकड़ों के झांसे में न आयें। स्थिति गंभीर है, अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें.'
ग्रे कफन की तरह दिल्ली को ढंक रहा वायु प्रदूषण
कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने भी रविवार को पीएम मोदी और दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता को वायु प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की ताकि हालातों को सुधारा जा सके.
प्रियंका ने एक्स पर लिखा, 'वायनाड से दिल्ली की हवा में आना और फिर बिहार के बचवाड़ा जाना बेहद चौंकाने वाला था. प्रदूषण ने दिल्ली को ऐसे निगल रखा था जैसे किसी ने इसके ऊपर ग्रे कफन डाल दिया हो.'
प्रियंका गांधी ने सभी राजनेताओं से अपनी राजनीतिक मजबूरियों की परवाह किए बगैर इस मुद्दे पर साथ आने की अपील की और कहा कि वे सभी इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का समर्थन करेंगे.
ट्रायल पर 34 करोड़ फूंक दिए
वहीं कांग्रेस के महासचिव प्रभारी (संचार) जयराम रमेश ने आईआईटी दिल्ली के वायुमंडलीय विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र की रिपोर्ट साफ कहती है कि क्राउड सीडिंग से दिल्ली की भयावह वायु गुणवत्ता किसी भी कीमत पर नहीं सुधरने वाली. उन्होंने कहा कि इस ट्रायल पर 34 करोड़ रुपए फूंक दिए गए.