नीतीश कैबिनेट के सबसे अमीर और सबसे गरीब मंत्रियों की लिस्ट, किस पर हैं सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस? जान लीजिए

नीतीश कुमार सरकार में शामिल नए मंत्रियों की संपत्ति और उनके खिलाफ दर्ज मामलों का ब्योरा सामने आया है. इसमें कौन सबसे अमीर है, कौन सबसे कम संपत्ति वाला और किन नेताओं पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, आइए जानते हैं...

@SinghPramod2784
Sagar Bhardwaj

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ लेने वाले नये मंत्रियों की संपत्ति और आपराधिक मामलों का पूरा विवरण सार्वजनिक हो गया है. जेडीयू-बीजेपी गठबंधन से इतर शामिल दलों के नेता भी मंत्रिमंडल में जगह पाकर सुर्खियों में हैं.

इस सूची में कई नेता करोड़ों की संपत्ति के मालिक निकले तो कुछ बेहद सामान्य आर्थिक स्थिति वाले. साथ ही, कुछ मंत्रियों पर गंभीर धाराओं में केस भी दर्ज हैं. ताजा खुलासों ने नई कैबिनेट की आर्थिक व कानूनी तस्वीर को और स्पष्ट कर दिया है.

नीतीश कुमार कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री

नयी कैबिनेट में सबसे अधिक संपत्ति संजय कुमार सिंह की है, जिनकी कुल संपत्ति 45.21 करोड़ रुपये है. रामा निषाद 31.86 करोड़, विजय कुमार सिन्हा 11.62 करोड़ और सम्राट चौधरी 11.34 करोड़ की संपत्ति के साथ शीर्ष सूची में शामिल हैं. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और बीजेपी से जुड़े ये नेता आर्थिक रूप से कैबिनेट के सबसे मजबूत चेहरे माने गए हैं.

कौन हैं सबसे गरीब मंत्री?

कैबिनेट में सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री संजय सिंह (टाइगर) हैं, जिनकी कुल संपत्ति 31.18 लाख रुपये है. वहीं बखरी (SC) से लोजपा (रामविलास) के संजय कुमार 22.30 लाख रुपये की संपत्ति घोषित करते हैं. दोनों ही नेता आर्थिक रूप से कैबिनेट में सबसे कम संपत्ति वाले माने गए हैं.

मंगल पांडेय, नितिन नवीन और रामकृपाल यादव की संपत्ति

इसके अलावा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की कुल संपत्ति 3.4 करोड़ है और उन पर चार केस दर्ज हैं. नितिन नवीन की कुल संपत्ति 3.1 करोड़ है तथा उन पर भी चार मामलों में आरोप तय नहीं हुए हैं. पहली बार मंत्री बने रामकृपाल यादव के पास 1.53 करोड़ की संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी उनसे अधिक संपत्ति और सोने की मालकिन हैं.

संतोष सुमन और उनके खिलाफ कई मामले

वहीं हम पार्टी से मंत्री बने संतोष सुमन के पास कुल 2.57 करोड़ की चल संपत्ति है और देनदारी 6 लाख की है. उनके खिलाफ धारा 147, 148, 149, 188, 323, 325, 333, 338 और 341 समेत कई गंभीर आरोप दर्ज हैं. ये आंकड़े उनकी राजनीतिक यात्रा को और विवादित बनाते हैं.

विजेंद्र यादव, विजय चौधरी और लेशी सिंह 

ऊर्जा विभाग में सराहनीय काम करने वाले विजेंद्र यादव के पास 4 करोड़ की संपत्ति है और उन पर कोई केस नहीं है. अनुभवी नेता विजय चौधरी 1.9 करोड़ की संपत्ति और निवेश के शौक के लिए चर्चित हैं. वहीं लेशी सिंह की कुल संपत्ति 1.27 करोड़ है, जिन पर कोई केस नहीं है और उनके पास 12 कमरों वाला मकान भी दर्ज है.