मां सरपंच, पिता टीचर, धोनी आइडल, कौन हैं भारत को तीसरा ब्रॉन्ज जीतने वाले Swapnil Kusale

Paris Olympics 2024: इन दिनों फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलंपिक 2024 की धूम है. इन गेम्स के छठे दिन भारत की झोली में तीसरा मेडल आया है. बुधवार को 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन की मेंस कैटेगरी में शूटर स्वप्निल कुसाले ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. खास बात ये है कि इस बार अब तक भारत के तीनों मेडल शूटिंग में ही आए हैं.

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Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के छठे दिन भारत की झोली में एक और मेडल आया है. आज भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल स्पर्धा में बॉन्ज मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है. इससे पहले भी भारत के खाते में 2 ब्रॉन्ज ही आए थे. इस तरह भारत ने 6 दिनों में अब तक 3 मेडल जीत लिए हैं. अभी मेडल की संख्या में और भी इजाफा होना तय है. 

पेरिस ओलंपिक 2024 में स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में यह मेडल अपने नाम किया है. इसे मैराथन ऑफ शूटिंग भी कहा जाता है. स्वप्निल कुसाले से पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह पेरिस गेम्स में मेडल जीत चुके हैं. 

दरअसल, 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन शूटिंग के क्वालिफिकेशन राउंड बुधवार को हुए थे, जिसमें शूटर स्वप्निल कुसाले ने कुल 590 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह पक्की की थी. उन्होंने नीलिंग में 198, प्रोन में 197 और स्टैंडिंग 195 का स्कोर किया था. जिसके बाद वो गुरुवार को देश की उम्मीदों पर खरा उतरे और ब्रॉन्ज पर कब्जा ठोका. 

कूल बने रहकर दमदार कमबैक किया

शूटर स्वप्निल कुसाले एमएस धोनी का अपना आइडल मानते हैं. इसलिए वे फाइनल में काफी कूल दिखे. कूल रहते ही उन्होंने निशाने भी लगाए. एक वक्त वो छठे नंबर पर खिसक गए थे, लेकिन फिर शानदार वापसी की और अपना खेल ऊपर उठाया. वे काफी देर तक पांचवें नंबर पर रहे, फिर चौथे पर गए और आखिर में तीसरे नंबर पर रहते हुए ब्रॉन्ज पर कब्जा करने में सफलता हासिल की. 

कौन हैं स्वप्निल कुसाले 

स्वप्निल महाराष्ट्र के पुणे से आते हैं. 28 साल के स्वप्निल 2012 से इंटरनेशनल शूटिंग इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं. उनका ये डेब्यू ओलंपिक है. अपने पहले ही ओलंपिक में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. उनकी मां कंबलवाडी गांव की सरपंच हैं, जबकि पिता और भाई शिक्षक हैं.