IND vs ENG: शुभमन गिल के सिर पर जोर से लगी गेंद, वीडियो में देखें इंजरी देखकर पंत ने दिया धांसू रिएक्शन
बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर शुक्रवार को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन उस समय हड़कंप मच गया, जब भारतीय कप्तान शुभमन गिल के सिर पर गेंद जोर से लगी.
IND vs ENG: बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर शुक्रवार को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन उस समय हड़कंप मच गया, जब भारतीय कप्तान शुभमन गिल के सिर पर गेंद जोर से लगी. यह घटना रविंद्र जडेजा के ओवर के दौरान हुई, जब इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने उनकी गेंद पर एक तेज ड्राइव खेली. गेंद इतनी तेजी से पहली स्लिप में खड़े गिल की ओर आई कि उन्हें प्रतिक्रिया करने का मौका ही नहीं मिला. गेंद सीधे उनके सिर पर जा लगी. गिल तुरंत दर्द से परेशान दिखे.
उन्होंने तुरंत साथी खिलाड़ी ऋषभ पंत को अपना सिर दिखाया और फिर फिजियो को बुलाया. फिजियो ने मैदान पर पहुंचकर उनका प्राथमिक उपचार किया. राहत की बात यह रही कि गिल की हालत में जल्द सुधार हुआ और कुछ ही देर बाद वह फिर से फील्डिंग करते नजर आए.
गिल ने खेली ऐतिहासिक पारी
गिल इस टेस्ट मैच में अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए सुर्खियों में हैं. उन्होंने 269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जो उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी थी. इस पारी के साथ वह इंग्लैंड में दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए. इसके अलावा, उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 241* रनों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एशिया के बाहर किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा टेस्ट में बनाए गए सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया. साथ ही, उन्होंने विराट कोहली के 254* रनों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया. मैच के बाद, बीसीसीआई ने एक भावनात्मक वीडियो साझा किया, जिसमें गिल अपने माता-पिता के वॉयस मैसेज सुनते दिखे. गिल ने कहा, "उनके द्वारा कही गई बातें बहुत मायने रखती हैं. बड़े होते हुए मैंने अपना सारा क्रिकेट अपने पिता के लिए खेला. उन्हीं की वजह से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया. वह और मेरा सबसे अच्छा दोस्त, जिनके साथ मैंने अभ्यास किया, केवल दो लोग हैं जिनकी मैं परवाह करता हूँ और क्रिकेट की बात आने पर उनकी बात सुनता हूँ. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपना तिहरा शतक चूक गया."
भारत का विशाल स्कोर
गिल की इस शानदार पारी की बदौलत भारत ने पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो पिछले 18 वर्षों में इंग्लैंड की धरती पर भारत का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर है. उनकी इस पारी ने न केवल टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि क्रिकेट प्रशंसकों के बीच उनकी लोकप्रियता को और बढ़ा दिया.