Salary Negotiation Tip: सैलरी डिमांड को लेकर डरते हैं? Google के Ex recruiter से जान लीजिए Tips

Salary Negotiation Tip: क्या आपकी जॉब लगने वाली है. इंटरव्यू वगैरह हो चुका है और फाइनल इंटरव्यू के लिए बुलाया है, जहां सैलरी की बात होगी. ऐसा पहले भी आपको साथ हो चुका है, लेकिन आप सैलरी नेगोशिएट नहीं कर पाते हैं. चलिए आप गूगल के एक्स रिक्रूटर से टिप्स ले लीजिए.

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Salary Negotiation Tip: कई बार ऐसा होता है कि जब जॉब के लिए सैलरी को लेकर एचआर से बातचीत होती है, तो आप सैलरी नेगोशिएशन के समय अपनी बात नहीं रख पाते हैं. या तो संकोच में रहते हैं या फिर डरते हैं कि कितना मांगा जाए, ज्यादा मांग लिया तो कही नौकरी हाथ से न चली जाए. चलिए आपको हम गूगल के एक्स रिक्रूटर से मिलवाते हैं, जो आपको सैलरी नेगोशिएशन के लिए टिप्स देंगे.

Google और डोरडैश के पूर्व रिक्रूटर नोलन चर्च के मुताबिक, ये समझना महत्वपूर्ण है कि कंपनियां सबसे पहले वेतन की पेशकश कैसे करती हैं? सैलरी डेटा कंपनी फेयरकॉम्प के CEO नोलन चर्च ने सलाह देते हुए कहा कि सैलरी पर बातचीत करते समय आपको सवाल पूछना चाहिए. मुद्दा ये है कि अगर आप इस बारे में सवाल नहीं पूछते हैं, तो उनका जवाब हमेशा न होता है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि जॉब की तलाश करने वाले शख्स को अधिक सैलरी की डिमांड से पहले सोचना और ध्यान देना चाहिए.

चर्च बोले- कई कंपनियां डेटा खरीदती हैं और सैलरी स्ट्रक्चर तैयार करती हैं

चर्च ने कहा कि कई कंपनियां अपनी इंडस्ट्री के बारे में रियल टाइम में अपडेट आंकड़ों के साथ डेटा प्रोवाइड कराने वाली कंपनियों से डेटा खरीदती हैं. इसके बाद वे एक बैंड या फिर सैलरी स्ट्रक्चर को तैयार करते हैं. वे अलग-अलग पोस्ट के लिए सैलरी तैयार करते हैं. आम तौर पर इस तरह का डेटा खरीदने और सैलरी स्ट्रक्चर तैयार करने वाली कंपनियां आपको निचले स्तर से सैलरी का ऑफर करती हैं. 

इसके अलावा, कंपनियां ये भी तय करके रखती हैं कि नौकरी मांगने वाला शख्स कौन सी सैलरी स्ट्रक्चर में फीट बैठता है. ऐसे में अगर आप सैलरी नेगोशिएशन के बाद समय मांगते हैं तो इस बीच आप खुद पता लगाएं कि आप किस सैलरी स्ट्रक्चर के योग्य हैं. 

उन्होंने बताया कि जब आप किसी पुरानी कंपनी से दूसरी कंपनी में इंटरव्यू के लिए जाते हैं, तो आपके एक्सपीरिएंस के हिसाब से कंपनी आपको सैलरी ऑफर करती है. एक्सपीरिएंस से ही कंपनियां तय करती हैं कि आप कितनी सैलरी के योग्य हैं. इसलिए, आप सैलरी नेगोशिएशन के बारे में कंपनी से जुड़े सवालों के साथ-साथ सैलरी स्ट्रक्चर के बारे में भी सवाल पूछ सकते हैं.

हाई सैलरी पैकेज के लिए कैसे सवाल करें?

चर्च के अनुसार, जब कंपनी आपकी ओर से पूछे गए सभी सवालों के जवाब दे दे, तो आपको अधिक सैलरी की मांग पर विचार करने के लिए समय मांगना चाहिए. आपको बताना चाहिए कि मैं आपके ऑफर को लेकर एक्साइटेड हूं. मुझे सोचने के लिए कुछ दिन दीजिए, मैं आपको बता दूंगा. इसके बाद आप कुछ रिसर्च करना शुरू कीजिए. उन्होंने उन वेबसाइट्स को सर्च करने का सुझा दिया, जो सैलरी और उनके लेवल को लेकर डेटा प्रोवाइड कराते हैं. इन वेबसाइट्स के जरिए आप ऑफर किए जाने वाली पोस्ट के लायक सैलरी के बारे में हेल्प भी ले सकते हैं.

आखिर में जब आप अपने कंपनी में दोबारा जाएं, तो उनसे कहें कि मुझे पता है कि आपका ऑफर अच्छा है. मैं आपके साथ काम करना चाहता हूं, अगर आप इतनी सैलरी मुझे प्रोवाइड कर दें. मैं आज ही कॉन्ट्रैक्ट पर या आपके ऑफर लेटर को एक्सेप्ट कर लूंगा. चर्च ने ये भी कहा कि ऐसा कहने से हो सकता है कि वे आपको, आपकी डिमांड से थोड़ी कम सैलरी ऑफर करें. हो सकता है कि आपकी डिमांड के बाद वो इतनी सैलरी देने से मना कर दें, लेकिन जब तक आप सवाल नहीं पूछेंगे और तर्क नहीं करेंगे, तो आप अधिक सैलरी पाने का मौका खो देंगे.