Snowfall In Saudi Arabia: सऊदी अरब जो अपनी गर्मी और रेगिस्तानी वातावरण के लिए जाना जाता है, इन दिनों एक अनोखी और अप्रत्याशित घटना का सामना कर रहा है. हाल ही में सऊदी अरब के अल जफ प्रांत के रेगिस्तान में हुई बर्फबारी ने सभी को चौंका दिया है. यह घटना न केवल सऊदी अरब के लिए बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए एक असामान्य और रहस्यमयी स्थिति उत्पन्न करती है. बर्फबारी के कारण पर्यावरणीय चिंताएं भी उभरी हैं, क्योंकि यह घटना वैश्विक जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय असंतुलन के संकेत के रूप में देखी जा रही है.
बर्फबारी का दृश्य
पर्यावरणविद हुए चिंतित
इस बर्फबारी के बाद पर्यावरणविदों ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय असंतुलन को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है. वे इसे वैश्विक तापमान में बदलाव का एक और संकेत मान रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बर्फबारी सऊदी अरब के मौसम में अजीब बदलावों का हिस्सा हो सकती है, जो ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे हैं. बढ़ते तापमान और असामान्य मौसम घटनाओं के कारण दुनिया भर में वातावरण में असंतुलन देखा जा रहा है, और इस घटना को उसी संदर्भ में देखा जा सकता है.
🔴 #Saudi Arabian desert turns into winter wonderland after first-ever snowfall
▪️Heavy rains and significant hail storms have swept across parts of the Saudi Arabia since last week. The strange weather took a dramatic turn when #AlJawf region witnessed snowfall for the time. pic.twitter.com/94UNlWGwgN
— Gamal Dobahi جمال الدوبحي (@dobahi) November 5, 2024
जलवायु परिवर्तन के संकेत
वर्तमान समय में सऊदी अरब जैसे शुष्क और रेगिस्तानी देशों में इस तरह की घटनाएं जलवायु परिवर्तन का परिणाम हो सकती हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण धरती का औसत तापमान बढ़ रहा है, जिसके कारण मौसम में बदलाव आ रहे हैं. गर्मियों में अत्यधिक गर्मी और सर्दियों में असामान्य ठंड के कारण ऐसे अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन हो सकते हैं.
इस बर्फबारी को पर्यावरणीय असंतुलन का एक और उदाहरण माना जा सकता है. जैसे-जैसे दुनिया भर में जलवायु संकट गहराता जा रहा है, वैसे-वैसे ऐसे अजीब मौसम परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं, जो पहले कभी नहीं होते थे. इस घटना ने यह भी दिखाया है कि जलवायु परिवर्तन का असर सिर्फ उष्णकटिबंधीय या समुद्र तटीय क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रेगिस्तानी क्षेत्रों में भी महसूस किया जा सकता है.