रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिकी योजना के जवाब में यूरोपीय संघ का 24 पॉइंट का पीस प्लान, क्या मानेंगे ट्रंप?
यह नई पहल तब सामने आई जब अमेरिका, यूक्रेन और उसके अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के प्रतिनिधि स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अमेरिकी योजना में संशोधन के लिए गहन चर्चा कर रहे थे.
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में अंतरराष्ट्रीय प्रयास तेज हो गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तुत 28-सूत्री शांति योजना के तुरंत बाद, यूरोपीय देशों ने रविवार को एक वैकल्पिक 24-सूत्री योजना जारी की है. इस योजना में अमेरिकी प्रस्ताव के कई विवादास्पद बिंदुओं को अस्वीकार किया गया है, जबकि जोर दिया गया है कि किसी भी समझौते में यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूर्ण सम्मान होना चाहिए.
यह नई पहल तब सामने आई जब अमेरिका, यूक्रेन और उसके अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के प्रतिनिधि स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अमेरिकी योजना में संशोधन के लिए गहन चर्चा कर रहे थे. यूरोपीय संघ के प्रमुख देशों ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी – द्वारा तैयार इस काउंटर-प्रस्ताव को रॉयटर्स और द टेलीग्राफ जैसे मीडिया आउटलेट्स ने प्रकाशित किया है. यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि यह योजना यूक्रेन के हितों को प्राथमिकता देते हुए एक स्थायी शांति सुनिश्चित करेगी, बिना मॉस्को की आक्रामक मांगों को पूरा किए.
अमेरिकी 28-सूत्री योजना: रूस के हितों पर अधिक झुकाव?
ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तुत 28-सूत्री योजना को कई विशेषज्ञों ने 'रूस-अनुकूल' करार दिया है. इस योजना में यूक्रेन से अपेक्षा की गई है कि वह पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से डोनबास (डोनेट्स्क और लुहान्स्क) तथा क्रीमिया को रूस को सौंप दे. इसके अलावा, यूक्रेन की सैन्य क्षमता पर सीमाएं लगाने, नाटो सदस्यता से स्थायी विलगाव तथा युद्ध अपराधों के लिए रूसी अधिकारियों पर किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई न करने का प्रावधान है.
योजना के आर्थिक पक्ष में रूस पर लगे प्रतिबंधों को हटाने, उसे जी8 समूह में पुनः शामिल करने तथा अमेरिका-रूस के बीच एआई और खनन जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक साझेदारी का उल्लेख है. सभी पक्षों को युद्धकालीन कार्रवाइयों के लिए पूर्ण क्षमा प्रदान करने का प्रस्ताव भी शामिल है जिसका अर्थ है कि रूसी सैनिकों या अधिकारियों पर युद्ध अपराधों के आरोपों की कोई जांच नहीं होगी. योजना की निगरानी के लिए एक 'पीस काउंसिल' गठित करने का सुझाव दिया गया है, जिसकी अध्यक्षता ट्रंप स्वयं करेंगे.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस योजना को 'कठिन' बताते हुए कहा कि यह उनके देश के लिए 'इतिहास का सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण' पैदा कर रही है. उन्होंने ट्रंप को गुरुवार तक स्वीकार करने की समयसीमा दी गई है, लेकिन साथ ही जोर दिया कि शांति 'वास्तविक' होनी चाहिए, न कि एकतरफा समर्पण. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे 'अंतिम समझौते का आधार' बताया है, जबकि यूरोपीय नेता इसे 'यूक्रेन की संप्रभुता के लिए खतरा' मान रहे हैं.
यूरोपीय 24-सूत्री योजना में संप्रभुता और सुरक्षा पर फोकस
यूरोपीय संघ की इस वैकल्पिक योजना में अमेरिकी प्रस्ताव के उन बिंदुओं को पूरी तरह खारिज कर दिया गया है जो यूक्रेन को क्षेत्रीय हानि या सैन्य प्रतिबंधों के अधीन करते हैं. इसके बजाय, योजना के 24 बिंदु निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित हैं:
- युद्ध समाप्ति के बाद पुनरावृत्ति रोकने के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र स्थापित करना.
- हवाई, स्थलीय और समुद्री स्तर पर तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम का पालन.
- यूक्रेन की संप्रभुता को पूर्ण रूप से मान्यता देना; उसे तटस्थता थोपना अस्वीकार्य.
- कोई भी क्षेत्रीय समर्पण नहीं; क्रीमिया और डोनबास जैसे विवादित क्षेत्रों पर यूक्रेनी दावों का सम्मान.
- यूक्रेन की सेना पर कोई सीमा नहीं लगाई जाएगी; शांतिकाल में 8 लाख सैनिकों तक की अनुमति का सुझाव.
- रूसी पक्ष पर युद्ध अपराधों की जांच और दंड सुनिश्चित करना.
- नाटो और यूरोपीय संघ के साथ यूक्रेन की एकीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा; रूस-नाटो संवाद को प्रोत्साहन.
- फ्रोजन रूसी संपत्तियों का उपयोग यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए; यूरोपीय संघ की ओर से वित्तीय सहायता.
- रूस को वैश्विक अर्थव्यवस्था में पुनः शामिल करने के लिए प्रतिबंधों में चरणबद्ध छूट, लेकिन केवल शांति सुनिश्चित होने पर.