उस्मान हादी हत्याकांड में नया मोड़, मेघालय सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्धों के भारत में घुसने के बांग्लादेश के दावों को खारिज किया
मेघालय में सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को बांग्लादेश पुलिस के एक बड़े दावे को खारिज कर दिया. बांग्लादेश पुलिस ने कहा था कि छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी के हत्यारे राज्य में घुस गए हैं.
नई दिल्ली: मेघालय में सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को बांग्लादेश पुलिस के एक बड़े दावे को खारिज कर दिया. बांग्लादेश पुलिस का कहा था कि छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी के हत्यारे राज्य में घुस गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने इन आरोपों को बेबुनियाद और गुमराह करने वाला बताया.
मेघालय में बीएसएफ प्रमुख, इंस्पेक्टर जनरल ओ पी और बोला कि, "ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चले कि किसी व्यक्ति ने हालुआघाट सेक्टर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके मेघालय में प्रवेश किया हो. बीएसएफ ने न तो ऐसी कोई घटना देखी है और न ही उसे ऐसी कोई रिपोर्ट मिली है."
हाई अलर्ट पर जवान
मेघालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस बात की पुष्टि करने के लिए "कोई इनपुट या खुफिया जानकारी नहीं है" कि संदिग्ध गारो हिल्स क्षेत्र में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस इकाइयों ने ऐसी कोई गतिविधि नहीं देखी है और केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय जारी है.
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात जवान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं, खासकर पड़ोसी देश में अशांति और अस्थिर स्थिति को देखते हुए.
सीमा पर लगातार निगरानी रखी जा रही
बल ने कहा कि सेक्टर में सीमा पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और अवैध सीमा पार आवाजाही के किसी भी प्रयास का तुरंत पता लगाकर उससे निपटा जाएगा. गारो हिल्स क्षेत्र मेघालय के पश्चिमी सेक्टर में स्थित है, जो बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है और जिसकी सुरक्षा सीमा सुरक्षा बल करता है.
बांग्लादेश पुलिस का दावा
इससे पहले दिन में, बांग्लादेश पुलिस ने दावा किया था कि इंकलाब मंचो नेता उस्मान हादी की हत्या के दो मुख्य संदिग्ध देश छोड़कर मेघालय सीमा के रास्ते भारत में घुस गए हैं. ढाका में एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि फैसल करीम मसूद और आलमगीर शेख स्थानीय सहयोगियों की मदद से मैमनसिंह में हालुआघाट सीमा के रास्ते भारत में घुस गए.
चुनावी अभियान के दौरान सिर में गोली मारी थी
32 वर्षीय शरीफ उस्मान हादी को 12 दिसंबर को ढाका में एक चुनावी अभियान के दौरान सिर में गोली मार दी गई थी. उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, लेकिन 18 दिसंबर को चोटों की वजह से उनकी मौत हो गई.
इंकलाब मोंचो के प्रवक्ता हादी, जुलाई-अगस्त 2024 में हुए बड़े पैमाने पर सड़क विरोध प्रदर्शनों के दौरान एक प्रमुख युवा नेता थे, जिन्होंने शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई थी. वह 12 फरवरी को होने वाले आगामी चुनावों में संसदीय उम्मीदवार भी थे.