क्या मंगल पर छिपे हैं एलियंस? NASA के हाथ लगा रहस्यमयी गड्ढा, भविष्य में बनेगा मानव का ठिकाना
मंगल ग्रह की सतह पर 328 फुट चौड़े एक रहस्यमयी गड्ढे की तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर को नासा ने शेयर किया है. इन गर्तों को भूमिगत गुफाओं का संभावित "पोर्टल" माना जा रहा है.
Underground caves on Mars: नासा ने मंगल ग्रह की सतह पर 328 फुट चौड़े एक रहस्यमयी गड्ढे की तस्वीर जारी की है. इन गर्तों को भूमिगत गुफाओं का संभावित "पोर्टल" माना जा रहा है. 2017 में 'मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर' द्वारा खींची गई इस तस्वीर को 13 अप्रैल को नासा के 'एस्ट्रोनॉमी पिक्चर ऑफ द डे' के रूप में साझा किया गया है. वैज्ञानिकों ने कहा "ऐसे गड्ढे मंगल की कठोर सतह की स्थितियों से जीवन को बचा सकते हैं. जो इसे एलियन जीवन की खोज के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं.
ये गड्ढे उल्कापिंडों के प्रभाव या लावा ट्यूबों से बने हो सकते हैं. नासा और यू.एस. जियोलॉजिकल सर्वे ने मंगल पर 1,000 से अधिक ऐसे गुफा जैसे गड्ढों की पहचान की है. विशेषज्ञों का कहना है "ये प्राकृतिक रूप से बनी संरचनाएं न केवल सुरक्षा प्रदान करती हैं, बल्कि अरबों सालों से जीवन के लिए आवश्यक तत्वों, पानी की बर्फ और कार्बनिक यौगिकों को भी संरक्षित कर सकती हैं," ये गड्ढे माइक्रोबियल जीवन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड या संभावित आवास हो सकते हैं.
भविष्य के मिशनों के लिए संभावनाएं
नासा का मानना है कि ये गड्ढे भविष्य के रोबोटिक और मानव मिशनों के लिए आदर्श स्थान हो सकते हैं. "ये गड्ढे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आदर्श आश्रय क्षेत्र के रूप में काम कर सकते हैं," नासा ने सुझाव दिया कि इनकी गहराई और संरचना का पता लगाने के लिए ड्रोन, रोवर या खुदाई करने वाले रोबोट का उपयोग किया जा सकता है.
एलन मस्क की मंगल योजना
'स्पेसएक्स' के सीईओ एलन मस्क की मंगल पर बस्ती बसाने की योजना इस खोज को और रोमांचक बनाती है. मस्क का कहना है कि " अंतरिक्ष यात्री 2028 तक मंगल ग्रह पर पहुंच सकते हैं," 2026 तक मानव रहित स्टारशिप मंगल पर मिशन लैंडिंग जोन और संसाधनों की खोज करेंगे. ये मिशन मंगल के उपनिवेशीकरण की नींव रखेंगे.
क्या हम ब्रह्मांड में अकेले हैं?
यह खोज मंगल पर अलौकिक जीवन की संभावना को लेकर उत्साह बढ़ा रही है. नासा का कहना है, "सूक्ष्मजीव जीवन सबसे संभावित उम्मीदवार है." ये रहस्यमयी गड्ढे मंगल के बंजर माने जाने वाले इतिहास को फिर से परिभाषित कर सकते हैं.