Israel Hezbollah War: प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार (10 नवंबर) को एक वीडियो बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप और वह ईरान के खतरे पर "समान नजरिया" रखते हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजराइल के हालिया प्रतिशोधी हवाई हमलों के बाद ईरान की प्रतिक्रिया जल्द आने की संभावना जताई जा रही है.
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली पीएम नेतन्याहू ने यह भी खुलासा किया कि अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद वे तीन बार आपस में बातचीत कर चुके हैं. उनका कहना था, "हमारी बातचीत का उद्देश्य इजराइल और अमेरिका के बीच गठबंधन को और मजबूत करना था. हम ईरान के खतरे को उसके सभी पहलुओं में समझते हैं और उसे गंभीरता से लेते हैं. इसके अलावा, हम इजराइल के सामने शांति विस्तार और अन्य क्षेत्रों में जो बड़े अवसर हैं, उन्हें भी देख रहे हैं.
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— Open Source Intel (@Osint613) November 10, 2024
Netanyahu: “I spoke to President-elect Donald Trump three times last week. They were very good and productive conversations. We will not allow these atrocities to repeat themselves. Trump and I see eye to eye on the Iranian threat.” pic.twitter.com/Tg7ZJWgO7A
ईरान का प्रतिशोध और इजराइल के हमले
ईरान ने 26 अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ किए गए अभूतपूर्व हवाई हमलों का बदला लेने की धमकी दी थी. इजराइल का कहना है कि इन हमलों में ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइल प्रोडक्शन की क्षमता को निशाना बनाया गया था. यह हमले ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को इजराइल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइलों दागने के बाद किए गए थे, जिसमें एक फिलिस्तीनी नागरिक की मौत हो गई थी. इसके अलावा, इजराइल ने ईरान के प्रमुख प्रवक्ता हसन नसरल्लाह और हमास के नेता इस्माइल हनीयेह को भी मार गिराया था.
ट्रंप के साथ नेतन्याहू के रिश्ते में हुआ सुधार
पीएम नेतन्याहू ने हाल में ट्रंप के साथ अपनी बातचीत को "अच्छा और बहुत महत्वपूर्ण" बताया है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ईरान और पश्चिमी शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते से एकतरफा बाहर निकलने का निर्णय लिया था. हालांकि, बाद में तेहरान पर फिर से प्रतिबंध लागू किए थे. इसके साथ ही, उन्होंने ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का आदेश भी दिया था.
अमेरिका और इजराइल के लिए महत्वपूर्ण कदम
ट्रंप ने यह साफ किया है कि वह गाजा और लेबनान में संघर्षों को 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण से पहले खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने नेतन्याहू को इसके बारे में अपनी अपेक्षाएं भी बताई हैं. इसी बीच, इजराइल के रणनीतिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर वाशिंगटन में एक संघर्षविराम की दिशा में प्रगति करने के लिए काम कर रहे हैं, जबकि पिछले हफ्ते वे रूस में भी गए थे, ताकि मास्को से इस युद्धविराम की स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा सकें.