इजरायल के टारगेट पर थे ईरान के राष्ट्रपति, हमले में हुए घायल, नसरल्लाह की हत्या जैसा था अटैक का प्लान

फार्स न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 16 जून 2025 को इजरायल ने तेहरान के पश्चिमी हिस्से शाहरक-ए-गर्ब क्षेत्र में एक इमारत पर छह मिसाइलों से हमला किया. यह हमला सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान हुआ, जिसमें राष्ट्रपति पेजेश्कियान, संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाकिर गालिबाफ, न्यायपालिका प्रमुख मोहसनी एजेई और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

Imran Khan claims

ईरान और इजरायल के बीच जून 2025 में 12 दिनों तक चले तीव्र सैन्य संघर्ष के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से संबद्ध फार्स न्यूज एजेंसी ने 13 जुलाई 2025 को खुलासा किया कि 16 जून को तेहरान में हुए इजरायली हवाई हमले में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान मामूली रूप से घायल हो गए थे. यह हमला उस समय हुआ जब राष्ट्रपति पेजेश्कियान और ईरान के शीर्ष अधिकारी सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की एक गोपनीय बैठक में शामिल थे. 

फार्स न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 16 जून 2025 को इजरायल ने तेहरान के पश्चिमी हिस्से शाहरक-ए-गर्ब क्षेत्र में एक इमारत पर छह मिसाइलों से हमला किया. यह हमला सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान हुआ, जिसमें राष्ट्रपति पेजेश्कियान, संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाकिर गालिबाफ, न्यायपालिका प्रमुख मोहसनी एजेई और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. हमले के दौरान इमारत की बिजली आपूर्ति ठप हो गई, और अफरा-तफरी का माहौल बन गया. राष्ट्रपति पेजेश्कियान के पैर में मामूली चोट आई, लेकिन एक आपातकालीन निकासी मार्ग की मदद से सभी अधिकारी सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे. बैठक में शामिल अन्य प्रतिभागियों को भी हल्की चोटें आईं.

राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने बाद में अमेरिकी पत्रकार टकर कार्लसन को दिए एक साक्षात्कार में इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा, इजरायल ने मेरी हत्या की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे. उन्होंने इस हमले को हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या की तर्ज पर किया गया बताया, जिसमें इजरायल ने बेरूत में एक सटीक मिसाइल हमला कर नसरल्लाह को निशाना बनाया था.

नसरल्लाह की हत्या जैसा था ऑपरेशन

रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने इस हमले को हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या की रणनीति के समान अंजाम दिया. छह मिसाइलों का उपयोग कर इमारत के प्रवेश और निकास मार्गों को निशाना बनाया गया, ताकि कोई बाहर न निकल सके और वेंटिलेशन सिस्टम को बाधित किया जाए. इस सटीक हमले ने ईरानी अधिकारियों में यह आशंका पैदा कर दी कि हमलावरों को किसी आंतरिक सूत्र से जानकारी मिली होगी. इसके चलते ईरान ने हमले की जांच शुरू कर दी है, जिसमें घुसपैठ या जासूसी की संभावना की पड़ताल की जा रही है.

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