17 साल की नाबालिग के साथ 4 किशोरों ने कार में 6 घंटे तक किया गैंगरेप, जानें कहां हुई दिल्ली के निर्भया कांड जैसी हैवानियत?
ऑस्ट्रेलिया के लिवरपूल में एक 17 साल की लड़की के साथ चार टीनएजर्स ने एक कार में छह घंटे तक गैंगरेप किया, जिसमें से एक आरोपी ने आरोपों के लिए खुद को निर्दोष बताया है.
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के लिवरपूल से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. एक शॉपिंग सेंटर में रविवार की शाम एक 17 साल की लड़की गैंगरेप का शिकार बनी. पुलिस ने घटनाओं की एक चौंकाने वाली टाइमलाइन बताई है, जिसके कारण टीनएजर्स के एक गैंग पर गंभीर आरोप लगे हैं, इस मामले ने पूरे समुदाय को हैरान कर दिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भयानक घटना तब शुरू हुई जब एक 16 साल का लड़का एक लोकल मॉल में लड़की के पास आया. हालांकि वे एक-दूसरे को बिल्कुल नहीं जानते थे, लेकिन लड़के ने लड़की को पास के एक पार्क तक लिफ्ट देने के लिए मना लिया. उसे छोड़कर घर जाने की उम्मीद में, लड़की मान गई. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यह एक जाल था.
छह घंटे का भयानक अनुभव
जैसे ही कार पार्क पहुंची, स्थिति हिंसक हो गई. दो और टीनएजर्स जबरदस्ती गाड़ी में घुस गए. पुलिस का दावा है कि बाद में एक चौथी व्यक्ति दूसरी कार में उनके साथ शामिल हो गया. अगले छह घंटों तक, लड़की को साउथ-वेस्ट सिडनी में घुमाया गया और बार-बार उसके साथ हमला किया गया. ग्रुप का लीडर, एक 16 साल के लड़के पर अब यौन उत्पीड़न के 19 और यौन शोषण के पांच आरोप हैं.
एक आरोपी ने दिया बयान
आरोपियों में 19 साल का एडम अब्दुल-हामिद भी शामिल है, जो एक नाई की दुकान में काम करता है और घटना के समय मौजूद एकमात्र कानूनी रूप से वयस्क व्यक्ति था. पुलिस रिपोर्ट्स का दावा है कि जब छोटे लड़कों ने अब्दुल-हामिद से पूछा कि क्या वह 'क मौका चाहता है, तो उसने मना कर दिया लेकिन हमले को रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
आरोपी ने पीड़िता के फोन से किया टेक्सट
जांचकर्ताओं का यह भी आरोप है कि अब्दुल-हामिद ने हमले के दौरान पीड़िता के ही फोन का इस्तेमाल करके खुद को एक टेक्स्ट मैसेज भेजा था. उस पर फिलहाल गंभीर यौन उत्पीड़न के पांच आरोप हैं, जिनमें से कुछ आरोपों में हेयरब्रश को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की बात शामिल है.
कोर्ट की लड़ाई शुरू
कैंपबेलटाउन लोकल कोर्ट में हाल ही में हुई सुनवाई के दौरान, अब्दुल-हामिद शांत दिखा और उसने आरोपों के लिए दोषी नहीं होने की दलील दी. हालांकि प्रॉसिक्यूशन ने शुरुआती तीन आरोप हटा दिए, लेकिन वह अभी भी बाकी आरोपों के लिए ट्रायल का सामना कर रहा है. आरोपी ने एक लॉन्ग-टर्म रोक लगाने वाले आदेश पर साइन करने से भी इनकार कर दिया है, जो उसे पीड़िता से संपर्क करने से रोकेगा. उसे इन भयानक आरोपों का सामना करने के लिए फरवरी 2026 में कोर्ट में वापस आना है.