Earthquake in Afghanistan: भूकंप के झटके से कांपा अफगानिस्तान, कुछ ही घंटों में महसूस किए गए दो झटके
2 अगस्त को इससे पहले 29 जुलाई को, मात्र 10 किलोमीटर की उथली गहराई पर 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. उथले भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में ज़्यादा खतरनाक होते हैं.
Earthquake in Afghanistan: अफगानिस्तान में बुधवार को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, जो 155 किलोमीटर की गहराई पर था. इससे पहले दिन में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, बुधवार को अफगानिस्तान में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप 2:24 बजे शाम में आया, जिसका केंद्र 155 किलोमीटर की गहराई में था.
यह आज दर्ज किया गया दूसरा भूकंप था. इससे पहले, 4.2 तीव्रता का भूकंप 12:19 अपराह्न IST पर आया था. यह 47 किलोमीटर की गहराई पर आया, जिसका केंद्र अक्षांश 36.54 ° N और देशांतर 71.52 ° E पर स्थित था. हाल के दिनों में इस क्षेत्र में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
लगातार आ रहे हैं भूकंप
2 अगस्त को इससे पहले 29 जुलाई को मात्र 10 किलोमीटर की उथली गहराई पर 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. उथले भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में ज़्यादा खतरनाक होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उथले भूकंपों से उत्पन्न भूकंपीय तरंगों की सतह तक पहुंचने की दूरी कम होती है, जिसके परिणामस्वरूप जमीन का कंपन ज़्यादा होता है जिससे इमारतों को ज़्यादा नुकसान होता है और ज़्यादा लोग हताहत होते हैं.
रेड क्रॉस के अनुसार, अफग़ानिस्तान भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच कई भ्रंश रेखाओं पर स्थित है, खासकर हिंदू कुश पर्वतीय क्षेत्र में, जो इसे दुनिया के सबसे ज़्यादा भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में से एक बनाता है.
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने दी है चेतावनी
अफग़ानिस्तान में मानवीय मामलों के समन्वय हेतु संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) ने चेतावनी दी है कि लगातार आ रहे भूकंप देश के समुदायों के लिए गंभीर खतरा बने हुए हैं, जो दशकों से चल रहे संघर्ष और अविकसितता के कारण पहले से ही असुरक्षित हैं. संगठन ने यह भी कहा कि देश मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है.