अफगानिस्तान भूकंप में मरने वालों की संख्या हुई 2200, 3000 से ज्यादा लोग घायल, 6700 से ज्यादा घर तबाह; वीडियो में देखें तबाही का मंजर

अफगानिस्तान में 31 अगस्त को 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. तमाम राज्यों में राहत व बचाव कार्य तेजी से जारी है.

Afghanistan Earthquake Death Toll
Sagar Bhardwaj

Afghanistan Earthquake Death Toll: अफगानिस्तान में 31 अगस्त को को आए 6.3 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2200 हो गई है, वहीं 3,400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. तालिबान प्रशासन ने यह जानकारी दी. रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगानिस्तान में 6,700 घर तबाह हुए हैं.

तालिबान सरकार के उप प्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने मरने वालों की संख्या के बारे में अपडेट दिया. उन्होंने कहा कि कुनार भूकंप से मची तबाही में में कुनार के मजार ए द्रे, चाचा गुल द्रे और नूरगुल जिले के मनोगी जिले के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में खोजी और बचाव अभियान में सैकड़ों शहीदों के शव निकाले गए हैं.

48 घंटों के अंदर दो शक्तिशाली भूकंप

इस सप्ताह की शुरुआत में अफगानिस्तान के अंदर 48 घंटों के भीतर आए दो शक्तिशाली भूकंपों ने देश को हिला के रख दिया. पहला भूकंप 31 अगस्त (रविवार) को देश के पूर्वी क्षेत्र में 6.3 तीव्रता के साथ आया, जिसने भारी विनाश फैलाया. तालिबान सरकार के उप प्रवक्ता हमदुल्लाह फितरत ने मृतकों की संख्या 2200 तक पहुंचने की पुष्टि की. उन्होंने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, "कुनार भूकंप के पीड़ितों की ताजा जानकारी: मजार ए द्रे, चाचा गुल-द्रे और नूरगुल जिले के मनोगी क्षेत्र में बचाव अभियान के दौरान सैकड़ों शहीदों के शव निकाले गए. मृतकों की संख्या 2205 और घायलों की संख्या 3640 हो गई है."

राहत व बचाव कार्य जारी

उन्होंने बताया कि राहत और खोज कार्य जारी हैं, विभिन्न क्षेत्रों में तंबू लगाए गए हैं और आपातकालीन सहायता नियमित रूप से पहुंचाई जा रही है.

कुनार में मची भयंकर तबाही

अफगानिस्तान के पूर्वी कुनार प्रांत जिसमें दर्जनों गांव शामिल हैं, इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए. भूकंप ने पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मचाई, जिससे मलबे और विस्थापन की समस्या उत्पन्न हुई.

पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत प्रभावित लोगों के लिए मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है. इसके अलावा, ईरान, जापान, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने भी भूकंप पीड़ितों को सहायता देने का वादा किया है.