Women Reservation Bill: 'महिला सशक्तिकरण राजनीति का नहीं मान्यता का मुद्दा...', लोकसभा में बोले अमित शाह
Women Reservation Bill: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस बिल के समर्थन में बोलते हुए कहा कि कल का दिन संसद के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. ये युग बदलने वाला विधेयक है.
Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल को लेकर लोकसभा में चर्चा जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस बिल के समर्थन में बोलते हुए कहा कि कल का दिन संसद के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. ये युग बदलने वाला विधेयक है. इसी के साथ महिलाओं के अधिकार की लंबी लड़ाई का अंत हुआ. कई पार्टियों के लिए महिला सशक्तिकरण राजनीति का मुद्दा है, टूल है. मेरी पार्टी और मेरे नेता पीएम मोदी के लिए महिला सशक्तिकरण राजनीति का मुद्दा नहीं है, मान्यता का मुद्दा है.
'एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बिल के जरिए एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित हो जाएंगी. इस देश की बेटी न केवल नीतियों के अंदर अपना हिस्सा पाएगी, बल्कि नीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाएगी. किसी सिद्धांत के लिए किसी व्यक्ति या संस्था का आकलन करना है, तो कोई एक घटना से फैसला नहीं हो सकता. 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया. तो उस वक्त उनके बैंक अकाउंट में जितना भी पैसा बचा था, वो पूरा गुजरात सचिवालय के वर्ग तीन और चार के कर्मचारियों की बच्चियों की पढा़ई लिखाई के लिए दिया. इसके लिए कोई कानून नहीं था.
'महिला सुरक्षा, सम्मान, समान भागीदारी सरकार की जीवन शक्ति'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि पीएम मोदी के शपथ लेने के बाद से महिला सुरक्षा, सम्मान, समान भागीदारी सरकार की जीवन शक्ति रही है. यह विधेयक देश में निर्णय लेने और नीति निर्धारण में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेगा. ये हमारे लिए राजनीति नहीं, मान्यता और संस्कृति का मुद्दा है. महिला सशक्तीकरण संविधान संशोधन से जुड़ा नहीं है, बल्कि ये महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता जिस दिन मोदीजी ने जिस दिन पीएम पद की शपथ ली, ये उसी दिन से सरकार का संकल्प हैं.
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