Vadodara bridge collapse: वडोदरा पुल हादसे के चार सीनियर अधिकारियों पर गिरी गाज, गुजरात सरकार ने लिया बड़ा एक्शन
वडोदारा पुल हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है. इसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई थी. उसके गठन के एक दिन बाद चार सीनियर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर पुल के गिर जाने के एक दिन बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने इस मामले सड़क एवं भवन (आर एंड बी) विभाग के चार सीनयर अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. ये कार्रवाई इस हादसे के लिए बनाई गई उच्च स्तरीय समिति की जांच के बाद की गई है.
गुजरात सरकार के सूचना विभाग ने बताया कि इस तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए लोगों में आर एंड बी वडोदरा डिवीजन के कार्यकारी अभियंता एनएम नायकवाला, उप कार्यकारी अभियंता यूसी पटेल और आरटी पटेल और सहायक अभियंता जेवी शाह हैं. इसमें आगे बताया गया है कि मुख्यमंत्री पटेल ने राज्य के अन्य सभी पुलों के गहन निरीक्षण और सुरक्षा जांच के भी आदेश दिए हैं.
हादसे में 17 लोगों की दर्दनाक मौत
इस हादसे में कम से कम 17 लोगों की मौत हुई और आठ घायल हो गए. वहीं तीन लापता लोगों की तलाश जारी है. चारों इंजीनियरों को निलंबित करने की कार्रवाई राज्य के आरएंडबी विभाग के अधिकारियों वाली एक उच्च-स्तरीय समिति द्वारा पादरा तालुका में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के कुछ ही घंटों बाद की गई है.
उच्च स्तरीय समिति ने किन चीजों का किया निरीक्षण?
मुजपुर-गंभीरा पुल के विस्तृत निरीक्षण के लिए सीएम ने विशेषज्ञों की एक टीम गठित की थी. इस टीम ने पुल के बनने की पुरी अवधि के बाद हादसे से पहले तक की मरम्मत, निरीक्षण, गुणवत्ता जांच और अन्य मानकों की गहराई से जांच की. इसके बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी. इसके बाद गुरुवार शाम को चार अधिकारियों की निलंबन की जानकारी दी गई. गुजरात सरकार के सूचना विभाग ने जो विज्ञप्ति जारी की है. उसके मुताबिक प्राथमिक जांच में इस पुल हादसे के लिए जिम्मेदार जिन अधिकारियों को नाम सामने आया. उन्हें तुरंत निलंबित करने का फैसला किया गया है.