नई दिल्ली: उत्तर भारत में सर्दी लगातार अपना असर बढ़ा रही है. सुबह और रात के समय घने कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. सड़कों पर दृश्यता बेहद कम होने से यातायात पर असर पड़ रहा है. कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया है.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ठंड से राहत के आसार नहीं हैं. पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम बदलेगा, जिसका असर मैदानी राज्यों में ठंड और कोहरे की तीव्रता के रूप में देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रह सकती है. कई जिलों में घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है. बिहार में भी 19 और 20 दिसंबर को कोहरे का असर रहेगा. शीत लहर के चलते ठंड और गलन बढ़ने की चेतावनी दी गई है.
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 20 से 22 दिसंबर के बीच हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है. 21 दिसंबर को कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की आशंका है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड और बढ़ेगी.
दिल्ली-एनसीआर में 18 से 21 दिसंबर के बीच मध्यम से घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है. सफदरजंग और पालम इलाकों में दृश्यता 100 मीटर तक गिरने की रिपोर्ट है. तापमान में हल्की बढ़ोतरी के बावजूद सुबह और शाम के समय कोहरा और स्मॉग लोगों की परेशानी बढ़ाएगा.
उत्तर प्रदेश में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है. पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में सुबह के समय घना से अत्यंत घना कोहरा छा सकता है. पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में शीत दिवस का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे दिन के तापमान में भी गिरावट देखी जा सकती है.
उत्तराखंड में ठंड की दोहरी मार देखने को मिल रही है. पहाड़ी इलाकों में पाला और संभावित बर्फबारी से दिक्कतें बढ़ गई हैं. वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरा और गलनभरी ठंड लोगों को परेशान कर रही है. प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.