सच्चाई कल्पना से भी ज़्यादा अजीब होती है और हकीकत क्राइम शो से भी ज़्यादा विचित्र. ठुकराए गए प्यार में लोग कुछ भी कर जाते हैं. चेन्नई की एक 30 वर्षीय रोबोटिक्स इंजीनियर ने कथित तौर पर बम की झूठी धमकियां भेजकर 11 राज्यों में खतरे की घंटी बजा दी. इस ईमेल का मकसद एक ऐसे शख्स को फंसाना था जिससे वह कभी शादी करना चाहती थी. आरोपी की पहचान रेने जोशील्डा के रूप में हुई है.
पुलिस ने पाया है कि उसने अपने प्रेमी के नाम से नकली ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया जिसने उससे प्यार नहीं किया और हाल ही में किसी और से शादी कर ली अपने अधूरे प्यार का बदला लेने के लिए उसे फंसाने के लिए. 30 वर्षीय रेने जोशिल्डा कई महीनों तक वीपीएन और फर्जी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करती रही ताकि वह रडार से दूर रहे, जबकि कई राज्यों में पुलिस बम की अफवाहों की जांच करते समय मुश्किल में फंस गई थी. लेकिन एक गलती ने उसकी पोल खोल दी और पुलिस उसके दरवाजे तक पहुंच गई.
पुलिस के अनुसार, रेने जोशील्डा ने चेन्नई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और फिर रोबोटिक्स का कोर्स किया. वह चेन्नई में डेलोइट में सीनियर कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रही थी. बेंगलुरु में एक प्रोजेक्ट के दौरान उसकी मुलाकात दिविज प्रभाकर से हुई और वह उसके प्यार में पड़ गई. हालांकि, यह आकर्षण एकतरफा था. दिविज ने कभी भी रेने की भावनाओं का जवाब नहीं दिया और इस फरवरी में किसी और से शादी कर ली. इससे रेने भड़क गई और उसने सबसे क्रूर बदला लेने की योजना बनाई. उसने कई फर्जी ईमेल आईडी बनाईं दिविज प्रभाकर के नाम के अलग-अलग रूप और स्कूलों, अस्पतालों और खेल स्थलों को बम से उड़ाने की धमकियां भेजना शुरू कर दिया.
11 राज्यों में अलार्म बजा
रेने जोशील्डा ने अकेले अहमदाबाद और उसके आसपास 21 जगहों को उड़ाने की धमकी दी है. इनमें मोटेरा में नरेंद्र मोदी स्टेडियम, सरखेज में जिनेवा लिबरल स्कूल और एक सिविल अस्पताल शामिल हैं, अहमदाबाद के ज्वाइंट सीपी (क्राइम) शरद सिंघल ने मीडिया को बताया है. सार्वजनिक जुलूसों और वीवीआईपी के दौरे से पहले 11 राज्यों को धमकियां भेजी गईं. इन धमकियों ने सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया, जिससे पुलिस को तुरंत बल जुटाना पड़ा, लेकिन उन्हें पता चला कि वे एक धोखाधड़ी का पीछा कर रहे थे. जिन राज्यों को ये धमकियाँ मिलीं, उनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, बिहार, तेलंगाना, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा शामिल हैं.
AI 171 दुर्घटना में भूमिका का दावा
12 जून को, एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. AI-171 दुर्घटना में कम से कम 274 लोगों की जान चली गई, जिसमें बोइंग विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने वाली इमारत में मौजूद यात्री और नागरिक भी शामिल थे. विमान उड़ान भरने के बाद बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकराया था. दुर्घटना के बाद, कॉलेज प्रशासन को एक ईमेल मिला. मुझे लगता है कि अब आपको सत्ता का पता चल गया है. जैसे हमने आपको कल मेल भेजा था, हमने अपने पूर्व सीएम (विजय रूपानी) के साथ एयर इंडिया के विमान को दुर्घटनाग्रस्त कर दिया था. हम जानते हैं कि पुलिस ने सोचा होगा कि विमान दुर्घटना एक धोखा था और इसे अनदेखा कर दिया. हमारे पायलट को बधाई. अब आपको पता चल गया है कि हम खेल नहीं रहे हैं. अब आपको पता चल गया है." पुलिस ने कहा कि यह मेल रेने जोशील्डा के पास है. उसे तब नहीं पता था कि पुलिस करीब आ रही है.
एक गलती से हुई बेनकाब
अहमदाबाद पुलिस के अनुसार, रेने जोशील्डा ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता के कारण धमकियां भेजते समय अपने ट्रैक को अच्छी तरह से छिपाया. ईमेल आईडी बनाने के लिए वह जिस नंबर का इस्तेमाल करती थी वह वर्चुअल होता था. वह टोर ब्राउज़र (गुमनाम संचार के लिए एक नेटवर्क) और डार्क वेब के माध्यम से धमकी भरे ईमेल भेजती थी. उसने बहुत सावधानी बरती. वह बहुत होशियार थी और उसने कभी भी अपने डिजिटल ट्रेल का खुलासा नहीं किया. लेकिन उसने एक छोटी सी गलती की और हमारी साइबर क्राइम विंग और क्राइम ब्रांच ने उसे ट्रैक कर लिया.