पत्नी-बच्चों से बात करने के लिए तड़प उठा आतंकी तहव्वुर राणा, कोर्ट से मांगी इजाजत

26 नवंबर, 2008 को आतंकवादियों का एक समूह अरब सागर के रास्ते मुंबई में घुसा था. करीब 60 घंटे तक चले इस हमले में 166 लोगों की जान गई थी.  

Sagar Bhardwaj

मुंबई आतंकी हमलों में कथित रूप से शामिल तहव्वुर हुसैन राणा ने अपने परिवार से बात करने की अनुमति के लिए अदालत का रुख किया है. 19 अप्रैल को राणा ने अपने वकील के माध्यम से विशेष अदालत की न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष याचिका दायर की. सोमवार को न्यायाधीश ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को 23 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. राणा को 10 अप्रैल को अदालत ने 18 दिनों की हिरासत में भेजा था.  

NIA के गंभीर आरोप
NIA ने दावा किया कि सह-आरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले राणा को हमले की पूरी योजना की जानकारी दी थी. एजेंसी ने अदालत को बताया कि हेडली ने संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए राणा को अपनी संपत्ति और सामान के बारे में एक ईमेल भी भेजा था. NIA ने यह भी आरोप लगाया कि हेडली ने राणा को पाकिस्तानी नागरिकों और सह-आरोपियों इलियास कश्मीरी व अब्दुर रहमान की आपराधिक साजिश में भूमिका के बारे में बताया था.  

राणा की हिरासत और जांच
64 वर्षीय राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद दिल्ली की एक अदालत ने NIA को 18 दिनों की हिरासत दी थी. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल को उनकी समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद उनका प्रत्यर्पण संभव हुआ. हिरासत के दौरान राणा ने कुरान, पेन और कागज की मांग की. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पेन से खुद को नुकसान न पहुंचाए, इसके लिए उनकी कड़ी निगरानी की जा रही है. NIA राणा से रोजाना 8-10 घंटे पूछताछ कर रही है. अधिकारियों के अनुसार, राणा जांच में सहयोग कर रहा है, जैसा कि PTI ने बताया.

मुंबई हमले की पृष्ठभूमि
26 नवंबर, 2008 को आतंकवादियों का एक समूह अरब सागर के रास्ते मुंबई में घुसा था. करीब 60 घंटे तक चले इस हमले में 166 लोगों की जान गई थी.